ARTI PANDEY
परमट (Parmat) स्थित आंनदेश्वर मंदिर (Anandeshwar Temple) में सोमवार को हजारों की संख्या में पहुंचने वाले भक्तों की भीड को नियंत्रित करने में प्रशासन फेल साबित हो रहा है। न तो यहां बैराकेटिंग है न ही कोई स्थायी व्यवस्था जिससे भक्त आसानी से बाबा (BABA) के दर्शन कर सकें। यह आलम तब है जब यहां पर काशी विश्वनाथ कारीडोर (Kashi Vishwanath Corridor) के तर्ज पर आंनदेश्वर कारीडोर का निर्माण किया जा रहा है। सीनियर सिटीजन और महिलाओें के लिए कोई अलग से लाइन नहीं है, जिससे बिना धक्का खाएं वह मंदिर में प्रवेश कर सकें।
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आखिर क्यों नहीं हटता अतिक्रमण
महंत अरूण भारती कहते हैं कि मंदिर परिसर में हुए अतिक्रमण पर प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं करता। सावन में लाखों की संख्या में तो वहीं सोमवार को हजारों की संख्या में भक्त दर्शन को आते हैं। गेट से मंदिर तक की सडक पर दुकानों ने अतिक्रमण कर रखा है। अगर कोई बडा हादसा होता है तो भक्त कैसे बाहर निकल सकेंगे। प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
द्वियांग कैसे करें दर्शन
महंत अरूण भारती कहते हैं कि जो व्यक्ति सालों से यहां दर्शन कर रहा है और आज वह इस स्थिति में नहीं है की भीड को हटाते हुए आगे जा सके तो ऐसे प्रशासन से क्या फायदा। द्वियांगों को दर्शन करने के लिए कोई रैंप नहीं है। इन सबके लिए प्रशासन की ओर से व्यवस्था की जाए जिससे भक्त आसानी से बाबा के दर्शन कर सकें।
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भक्त भी समझें अपनी जिम्मेदारी
महंत अरूण भारती कहते हैं कि यहां वीवीआईपी (VVIP) से लेकर आम आदमी दर्शन करने आते हैं। यहां के रखरखाव और गंदगी के लिए कोई नहीं बोलना चाहता है। इतनी गंदगी के बाद भी किसी जिम्मेदार ने घाट में फैली गंदगी पर कछ नहीं बोला। आखिर भक्तों को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए।
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