हिंदू धर्म में खाने का भी तरीका और नियम बताए हैं। धार्मिक मान्यतानुसार, रात के समय में कुछ चीजों का खाना मना किया गया है। कहा जाता है अगर रात के समय कुछ चीजों का सेवन किया जाए तो व्यक्ति के स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। इसका असर आर्थिक स्थिति पर भी पड़ता है। इससे मां लक्ष्मी (laxmi) नाराज हो जाती हैं जिससे व्यक्ति को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ सकता है। ऐसे में खाना खाते समय कुछ बातों का ख्याल रखना आवश्यक होता है।
UTTARPRADESHNEWS : जहरीली शराब पीने से पांच की मौत, यह अधिकारी संस्पेंड #UTTARPRADESH : जहरीली शराब पीने से 4 की मौत, जिला आबकारी अधिकारी, SO समेत 7 निलंबित उत्तर प्रदेश में फिर से #LOCKDOWN लगाने की योजना ! #CHAITRANAVRATRI : इन फूलों से प्रसन्न होती मां हैं… त्रयोदशी तिथि, जानिए इस दिन क्यों रखा जाता है प्रदोष व्रत CHAITRA NAVRATRI: स्वार्थसिद्ध और अमृतसिद्ध योग हैं विशेष लाभकारी
तो आइए जानते हैं खाने से जुड़े कुछ नियम…
रात को न करें इन चीजों का सेवन…
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रात के समय अगर दूध का सेवन किया जाए तो बेहतर होता है। लेकिन रात में दही नहीं खानी चाहिए। इसका एक कारण यह भी होता है कि यह ठंडा पदार्थ है और रात को इसे खाने से व्यक्ति की तबियत खराब हो सकती है। वहीं, कहा जाता है कि इससे धन की हानि होती है। इसके अलावा चावल, सत्तू, मूली भी रात में नहीं खानी चाहिए।
दिशा का रखें खास ख्याल
कहा जाता है कि भोजन करते समय दिशा का ख्याल रखना भी बेहद जरूरी होता है। इस दौरान मुंह पूर्व या फिर उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए। अगर ऐसा न हो तो धन की हानि हो सकती है। जूते पहनकर या सर ढककर भी भोजन नहीं करना चाहिए। खाना खाने की सबसे अच्छी जगह रसोई घर बताई गई है। मान्यता है कि इससे राहु ग्रह शांत होता है।
न करें खाने का अपमान
भोजन का अपमान कभी नहीं करना चाहिए। साथ ही चाहें कितना भी गुस्सा क्यों न हो, न तो भोजन छोड़ना चाहिए और ही फेंकना चाहिए।
CORONA: यहां दस दिनों का #LOCKDOWN, जिले की सभी सीमाएं सील #BREAKING : कानपुर में नाईट कर्फ्यू, 10 बजे से सुबह 6 बजे तक पाबंदी, यह है पूरी जानकारी #UTTARPRADESHNEWS : महामारी अधिनियम अब 30 जून तक प्रभावी, अधिसूचना जारी भारत के सभी टोल प्लाजा पर पत्रकारों को टोल टैक्स पर मिलेगी छूट ! चुनावी रैलियों को लेकर #HIGHCOURT सख्त, पूछी यह बात?
स्नान कर ही खाएं खाना…
कहा जाता है कि खाना स्नान करने के बाद ही खाया जाना चाहिए। पहली रोटी के 3 हिस्से करें और इसका एक हिस्सा गाय, दूसरा हिस्सा कुत्ता और तीसरा हिस्सा कौवे के लिए निकाल लें। इसके बाद अग्निदेव को भोग लगाएं। इसके बाद घर वालों को भोजन खिलाएं।
इस तरह न करें भोजन
खाना कभी-भी टूटे-फूटे बर्तनों या हाथ पर रखकर नहीं खाना चाहिए। वहीं, पीपल और वटवृक्ष के नीचे भोजन नहीं करना चाहिए।
दिल्ली में 30 अप्रैल तक नाइट कर्फ्यूक्या है अप्रैल फूल डे और कैसे हुई थी शुरुआत? #SONBHADRANEWS : डाला के लक्ष्मणनगर में बनेगा ओबरा तहसील का मुख्याल SARA ALI KHAN की सिंडरेला लुक, तस्वीरें… जानें, कब से शुरू हो रही है CHAITRA NAVRATRI, किस दिन होती है मां के किस स्वरूप की पूजा