जो तो चलिए आपको बताते हैं कि नए साल में कब-कब लगेंगे ग्रहण…
नया साल (New Year) शुरू हो रहा है और गुजरता साल अपनी खट्टी मीठी यादों के साथ हमें अलविदा कह रहा है. इस साल की शुरुआत में 10 जनवरी 2020 में चंद्र ग्रहण लगेगा, जो भारत में दिखाई देगा. साल 2019 के आखिरी महीने यानी कि दिसंबर में इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लगा इसके साथ ही लोगों में यह जानने की उत्सुकता भी बढ़ गई कि नए साल (Solar and Lunar Eclipses 2020) में कब-कब सूर्यग्रहण लगेंगे. साल 2020 में लगने वाला सबसे पहला ग्रहण है चंद्र ग्रहण होगा.
साल 2020 में कब-कब लगेगा सूर्य और चंद्र ग्रहण, क्या है समय और तारीख
अब अगर आप सोच रहे हैं कि आने वाले साल में कितने ग्रहण लेंगे तो आपको बता दें कि साल 2020 में कुल 6 ग्रहण लगेंगे. जिनमें से 3 चंद्र ग्रहण होंगे, 2 सूर्य ग्रहण. साल 2020 का आखिरी सूर्य ग्रहण दिसंबर महीने में लगेगा.
साल 2020 में लगने वाले चंद्र गहण
10 जनवरी, 2020 में लगेगा साल का पहला चंद्र ग्रहण
साल 2020 में लगने वाला सबसे पहला ग्रहण है चंद्र ग्रहण होगा. यह साल की शुरुआत में 10 जनवरी के दिन लगेगा. इसे भारत में देखा जा सकेगा.
10 जनवरी 2020 को लगने वाले चंद्र ग्रहण का समय
ग्रहण का टाइम: रात 10:37 से 11 जनवरी को 2:42 तक
कहां दिखाई देगा चंद्र ग्रहण: भारत, अफ्रीक, एशिया, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया
5 जून, 2020 को लगेगा साल का दूसरा चंद्र ग्रहण
चंद्र ग्रहण का समय: रात को 11:15 से 6 जून को 2:34 तक
कहां कहां दिखाई देगा चंद्र ग्रहण: भारत, अफ्रीक, एशिया, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया
5 जुलाई 2020 चंद्र ग्रहण
ग्रहण का समय: सुबह 08:37 से 11:22 तक
कहां कहां दिखेगा ग्रहण: दक्षिण पूर्व यूरोप, अमेरिका और अफ्रीका
30 नवंबर, 2020 चंद्र ग्रहण
ग्रहण का समय: दोपहर को 1:02 से शुरू होगा और शाम 5:23 तक
कहां-कहां दिखेगा ग्रहण: भारत, प्रशांत महासागर, एशिया, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया
साल 2020 में लगने वाले सूर्य ग्रहण
21 जून, 2020 को लगेगा साल का पहला सूर्य ग्रहण
सूर्य ग्रहण का समय: सुबह 9:15 से दोपहर 3:04 तक. पूर्व ग्रहण (Full Eclipse) सुबह 10:17 से 2.02 तक होगा. वहीं 12:10 पर ग्रहण का सबसे ज्यादा प्रभाव (Maximum Eclipse) होगा.
कहां-कहां दिखेगा सूर्य ग्रहण: भारत, एशिया और दक्षिण पूर्व यूरोप
14 दिसंबर, 2020 सूर्यग्रहण को लगेगा साल का आखिरी सूर्य ग्रहण
ग्रहण का समय: शाम को 7:03 मिनट से 15 दिसंबर को 12 बजे तक
कहां-कहां दिखेगा सूर्यग्रहण: यह ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा, इसे प्रशांत महासागर में देखा जा सकेगा.
ग्रहण से जुड़ी मान्यताएं
- माना जाता है कि ग्रहण काल के दौरान खाना-पिना, शोर मचाना या किसी भी प्रकार का शुभ कार्य जैसे पूजा-पाठ आदि नहीं करने चाहिए.
- मान्यता है कि सूतक लगने के बाद से गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए.
- ग्रहण खत्म होने के बाद स्नान कर शुद्धिकरण करने की भी मान्यता है.
- माना जाता है कि सूतक से पहले ही खाने की सभी चीजों में तुलसी के पत्ते रख देने चाहिए.
- ग्रहण के दान-पुण्य को अच्छा माना जाता है.
क्या है ग्रहण सूतक काल…
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ग्रणह शुरू होने के 12 घंटे पहले और ग्रहण पूरा होने के 12 घंटे के बाद तक का समय ग्रहण सूतक काल कहलाता है.