अंडा शाकाहारी या मांसाहारी? जानें क्या है सच्चाई
अंडे को प्रोटीन का राजा कहा जाता है. शायद इसी वजह से यूनाइटेड नेशंस 3 जून को नेशनल एग डे के रूप में सेलिब्रेट करता है. एक अंडे में करीब 13 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है. जिम में वर्कआउट करने से लेकर स्कूल जाने वाले बच्चों तक की डाइट में इसका होना काफी जरूरी माना जाता है. हालांकि अंडे के शाकाहारी या मांसाहारी होने को लेकर पहले से काफी बहस होती चली आई है. लोग आज भी इस बात से अंजान हैं कि आखिर अंडा शाकाहारी है या मांसाहारी?
जिन लोगों को लगता है कि चूजा अंडे में से निकलता है, उन्हें पहले अंडे देने वाली प्रक्रिया को समझना चाहिए. दरअसल मुर्गी जब 6 महीने की होती है तो वो हर 24 से 26 घंटे के अंतराल में अंडा देती है. लेकिन अंडा देने के लिए यह जरूरी नहीं है कि वह किसी मुर्गे के संपर्क में आई हो.
मुर्गे से संपर्क किए बिना जब मुर्गी अंडा देती है तो उसे अनफर्टिलाइज्ड एग कहते हैं. वैज्ञानिक इस बात का प्रमाण भी दे चुके हैं कि इनमें से कभी चूजा नहीं निकल सकता इसलिए अगर आप अंडों को मांसाहारी समझ रहे हैं तो निश्चित ही आप गलत हैं.
मुर्गे के संपर्क में आने के बाद मुर्गी जो अंडा देती है उसे मांसाहारी अंडा कह सकते हैं. इन अंडों में गैमीट सेल्स मौजूद होता है, जो उन्हें मांसाहारी बना देता है. वैसे अंडे के 3 हिस्से होते हैं पहला छिलका, दूसरा सफेद परत और तीसरा अंडे की जरदी यानी पीला वाला भाग. अंडे के सफेद वाले भाग में सिर्फ प्रोटीन होता है इसलिए व्हाइट एग को शाकाहारी कहें तो गलत नहीं होगा.
इस तरह बाजार में बिकने वाली वो सभी चीजें जिनमें एग का इस्तेमाल होता है अगर हम नॉन वेजिटेरियन समझकर नहीं खाते तो शायद हम गलत करते हैं. हालांकि मुर्गी के संपर्क में आने के बाद पैदा हुए अंडे के पीले वाले पार्ट में गैमीट सेल्स होता है, जिसे मांसाहारी कहा जा सकता है.