Falgun Amavasya Upay: पंचांग के अनुसार, इस बार फाल्गुन अमावस्या 27 फरवरी (Falgun Amavasya 2025) को मनाई जाएगी। इस दिन पवित्र नदी में स्नान और ध्यान करना बेहद शुभ माना जाता है। Falgun Amavasya Upay
घर में शिवलिंग रखने से पहले जान लें वास्तु के ये नियम
फाल्गुन के पहले हफ्ते में मनाए जाएंगे ये व्रत-त्योहार
साथ ही पितरों को अर्घ्य दिया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि इन कामों को करने से व्यक्ति को पितरों की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही जीवन में आ रहे दुख और संकट से छुटकारा मिलता है।
ज्योतिष शास्त्र में फिटकरी से जुड़े का उल्लेख किया गया है। ऐसा माना जाता है कि फाल्गुन अमावस्या (Falgun Amavasya Fitkari ke Upay) पर फिटकरी के उपाय करने से जीवन की कई तरह की समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। साथ ही आर्थिक तंगी दूर होती है। ऐसे में आइए जानते हैं फाल्गुन अमावस्या पर किए जाने वाले फिटकरी से जुड़े उपाय।
फाल्गुन अमावस्या 2025 डेट और शुभ मुहूर्त
वैदिक पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 27 फरवरी को सुबह 08 बजकर 54 मिनट से शुरू हो रही है और वहीं, इसका समापन 28 फरवरी को सुबह 06 बजकर 14 मिनट पर होगा। इस प्रकार 27 फरवरी को फाल्गुन अमावस्या मनाई जाएगी।
जानें…कब से शुरू हो रहा है फाल्गुन? इस माह में क्या करें और क्या न करें…
रुके हुए काम जल्द होंगे पूरे
इसके अलावा फाल्गुन अमावस्या के दिन पानी में फिटकरी डालकर स्नान करें। ऐसा माना जाता है कि इस उपाय को करने से नकारात्मक ऊर्जा से छुटकारा मिलता है। साथ ही रुके हुए काम जल्द पूरे होते हैं। कई तरह की समस्या दूर होती है।
नकारात्मक ऊर्जा का होगा नाश
घर में उत्पन्न नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए फाल्गुन अमावस्या की रात्रि को फिटकरी का एक छोटा सा टुकड़ा हाथ में लेकर उसे पूरे घर में घुमाएं। इसके बाद इसे लाल कपड़े में बांधकर घर के मुख्य द्वार पर बांध दें। इस उपाय को करने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का आगमन होता है।
कर्ज की समस्या होगी दूर
अगर आप लंबे समय से कर्ज की समस्या का सामना कर रहे हैं, तो फाल्गुन अमावस्या के दिन फिटकरी और सिंदूर को एक पान के पत्ते पर बांध लें। इसके बाद इसे पीपल के पेड़ के नीचे दबा दें। इस उपाय को शाम को करें। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस टोटके को करने से कर्ज की समस्या से छुटकारा मिलता है और आर्थिक तंगी दूर होती है। साथ ही धन लाभ के योग बनते हैं।
जाने, क्यों रखते हैं साधु-संत लंबी जटाएं?
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। JAIHINDTIMES इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है।