हिन्दू केलैंडर का नया मास फाल्गुन प्रारंभ हो गया है
हिन्दू केलैंडर का नया मास फाल्गुन प्रारंभ हो गया है। इस मास में ही होलिका दहन और होली का त्योहार आता है। यह फरवरी माह का दूसरा सप्ताह है। इसमें संकष्टी गणेश चतुर्थी, कुंभ संक्रांति, ओंकार पंचमी, कालष्टमी, सीता जयंती और संत रामदास जयंती भी आएगी।
आइए जानते हैं कि ये सभी व्रत एवं त्योहार किस दिन किस तारीख को पड़ रहे हैं।
फाल्गुन मास प्रारंभ: हिन्दू कैलेंडर के 12 मास में से फाल्गुन आखिरी मास है। यह अंग्रेजी कैलेंडर के फरवरी और मार्च के मध्य आता है। फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष का प्रारंभ आज से हो गया है। फाल्गुन मास में विश्व प्रसिद्ध रंगों का त्योहार होली आता है।
12 फरवरी: संकष्टी गणेश चतुर्थी।
संकष्टी गणेश चतुर्थी: हिन्दू कैलेंडर के हर मास के कृष्ण पक्ष में संकष्टी गणेश चतुर्थी आती है। फाल्गुन मास की संकष्टी गणेश चतुर्थी बुधवार को है। इस दिन विघ्नहर्ता गणेश जी की पूज करने से सभी संकटों का निवारण होता है, सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। परिवार में आर्थिक संपन्नता आती है।
13 फरवरी: कुंभ संक्रांति, ओंकार पंचमी।
ओंकार पंचमी: श्री सीताराम ओंकारनाथ महाराज के जन्मोत्सव को ओंकार पंचमी के तौर पर मनाया जाता है।
15 फरवरी: कालाष्टमी।
कालाष्टमी: हर मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी व्रत होता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस तिथि को भगवान शिव अपने भैरव स्वरूप में प्रकट हुए थे। इस दिन भैरव और मां दुर्गा की पूजा की जाती है।
16 फरवरी: सीता अष्टमी या सीता जयंती।
सीता जयंती: फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को सीता अष्टमी या सीता जयंती के नाम से मनाया जाता है। इसे जानकी जयंती भी कहते हैं। इस दिन सीता माता की पूजा करने से वैवाहिक जीवन की समस्याएं दूर होती हैं।
17 फरवरी: संत रामदास जयंती।
संत रामदास जयंती: इस वर्ष संत रामदास जयंती 17 फरवरी दिन सोमवार को है। संत रामदास जी ने महाराष्ट्र में भगवान राम और हनुमान जी की भक्ति का प्रचार प्रसार किया था।