ARTI PANDEY
उन्नाव।
हिन्दी पत्रकारिता दिवस (hindi journalism day) के अवसर पर फेडरेशन ऑफ इंडियन जर्नलिस्ट्स एंड एक्टिविस्ट्स (FIJA) के तत्वावधान में संगोष्ठी व पत्रकार सम्मान समारोह का आयोजन मंगलवार को किया गया।
एक्सीडेंट में 2 नाबालिग की मौत, 1 घायल
निर्जला एकादशी व्रत पर भूलकर भी न करें ये काम
असलहा ट्रांसफर न होने से लोग परेशान
गोष्ठी का विषय था, ‘लोकतंत्र के चारों स्तम्भों में जुड़ाव और टकराव’। इसमें वरिष्ठ पत्रकार (senior journalist ) रामेश्वर पांडेय (Rameshwar Pandey) ने कहा कि जिस तरह शरीर कई अवयवों से मिलकर बना होता है,उसी तरह हमारा लोकतंत्र है। इसमें चारों स्तम्भ जरूरी हैं और सबको अपनी जिम्मदारी समझनी होगी।
वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद गोस्वामी ने कहा कि लोकतंत्र के चारों स्तम्भों में मीडिया का काम है, सबको आईना दिखाना। यही कारण है कि मीडिया की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शान्तनु चैतन्य ने कहा कि जब अधिकारों का अतिक्रमण होता है, तो टकराव होता है। लोकतंत्र के चारों स्तम्भ अपनी-अपनी जिम्मेदारी सही ढंग से निभाएं, तो देश और मजबूत होगा। चैतन्य ने संगठन के लोकनीति के सिद्धान्तों के बारे में भी बताया। गोष्ठी का विषय प्रवर्तन वरिष्ठ पत्रकार (senior journalist ) दुर्गेन्द्र चौहान ने किया।
HIGH COURT ने KDA वीसी की याचिका को खारिज कर 5 लाख रुपए का जुर्माना लगाया
24 घंटे में पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर की हत्या के आरोपियों को दबोचा
कार्यक्रम संयोजक और फिजा के प्रदेश प्रमुख महासचिव अरुण अवस्थी ने कहा कि पत्रकारों को एकजुट होने का काम तेजी से हो रहा है। गोष्ठी में एएसपी शशि शेखर सिंह और उन्नाव बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष सतीश शुक्ला, युवा पत्रकार दृष्टान्त सिंह ने भी विचार व्यक्त किए। संचालन वाई. शिवम ने किया।
गोष्ठी के बाद पत्रकारों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से एडवोकेट सुयश श्रीवास्तव, संजय मौर्य, अमन दीक्षित, उमेश शुक्ला, सूर्य प्रकाश मिश्रा ‘सूर्या’, डॉ. उमेश मिश्रा, डॉ. आराधना गुप्ता, सुरेश सविता, विपिन सिंह, जितेंद्र सोनकर, आनंद प्रकाश आदि मौजूद रहे।
रेलवे कर्मी मोहम्मद अफरोज की हत्या का पर्दाफाश
हैवानियत की शिकार मासूम बच्ची की मौत