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कई तरह की बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है
बारिश का मौसम यानी मानसून में तापमान गर्म और ठंडा होता रहता है। साथ ही उमस और नमी बढ़ जाती है, जिससे कई तरह की बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। सबसे ज्यादा असर त्वचा पर पड़ता है। शरीर पर चकते नजर आना, त्वचा का फटना और पैर या नाखूनों में फंगस हो जाने जैसी परेशानियां इस मौसम के साथ आती हैं।
कुछ बेहतरीन घरेलू नुस्खों का उपयोग
- अपनी त्वचा को इंफेक्शन से बचाकर रखने के लिए अच्छे साबुन, पाउडर या बॉडी लोशन का उपयोग करें। साथ ही अपने पैरों और नाखूनों को साफ रखें। नाखूनों और पैरों की सफाई के लिए इस्तेमाल होने वाले पानी में एंटीसेप्टिक का इस्तेमाल करें।
- सिंथेटिक या कसे हुए कपड़े न पहनें। इससे त्वचा पर रैशेज होने के चांसेज बढ़ जाते हैं। ऐसे मौसम में सूती और ढीले कपड़े पहनें जिनसे हवा आसानी से पास हो सके। कपड़ों को अलमारी में रखते वक्त इनके साथ फेनाइल की गोलियां रखना ना भूलें।
- दिन में दो बार नहाएं। नहाते वक्त पानी में नीम की पत्तियों का इस्तेमाल कर सकते हैं, इससे इंफेक्शन का खतरा कम होता है। सिर की त्वचा की बात करें, तो इसकी नमी के लिए आप नियमित रूप से तेल की मालिश करें। तेल लगाने के बाद स्टीमिंग और मास्किंग भी करें।
- बारिश के मौसम में उमस की वजह से बालों में चिपचिपापन बढ़ जाता है। बाल जल्दी गंदे दिखने लगते हैं। इसलिए ऐसे मौसम में बालों को कम धोना चाहिए। जब भी बाल धोएं शैम्पू के बाद कंडीशनर का इस्तेमाल करना न भूलें। इससे गंदगी की वजह से सिर में इंफेक्शन से भी बचेंगे।
- आप जो भी खाते हैं उसका सीधा असर आपकी स्किन पर पड़ता है। ऑयली और मसालेदार खाने से पिंपल जैसी परेशानियां हो जाती हैं। फास्ट और जंक फूड खाने से बचें। इससे बारिश के मौसम में ना सिर्फ फूड प्वाइजिंग की परेशानी होती है, बल्कि स्किन पर भी बुरा असर पड़ता है।
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