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विदेशी बैंक #PNB को नहीं बेचेंगे सोना
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#PNB में 12,700 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आने के बाद बैंक का सोने के आयात का कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। सूत्रों का कहना है कि विदेशी बैंक पी.एन.बी. को सोना बेचने को तैयार नहीं हैं। बैंक में गारंटी पत्र (एल.ओ.यू.) के जरिए हुई धोखाधड़ी से कमजोर अनुपालन की बात उजागर हुई है और यही वजह है कि विदेशी बैंक कोई जोखिम नहीं लेना चाहते हैं।
बैंक सोना आयात करने वाली सबसे बड़े बैंकों की सूची में है शामिल
- पी.एन.बी. सहित कई बैंक कीमती धातुओं के कारोबारियों और परिशोधकों की तरफ से आयात के लिए नामित एजैंसियां हैं।
- हाल के महीनों में पी.एन.बी. सोने का आयात करने वाले सबसे बड़े बैंकों की सूची में शामिल था जहां उसे 1 से 2 प्रतिशत मार्जिन मिलता था।
- बैंक मर्केंडाइज एक्सपोर्ट फ्रॉम इंडिया स्कीम (एम.ई.आई.एस.) के तहत सोने के निर्यातकों द्वारा प्रोत्साहन के तौर पर जारी किए जाने वाले ड्यूटी क्रैडिट सर्टीफिकेट खरीदता था। इसे एक्जिम स्क्रिप्स भी कहा जाता है।
- एम.ई.आई.एस. योजना अप्रैल 2015 में घोषित की गई थी।
- पी.एन.बी. जैसे आयातक हस्तांतरणीय एक्जिम स्क्रिप्स खरीदते हैं और आयात शुल्क का भुगतान करने पर उन्हें क्रैडिट मिलता है।
- पी.एन.बी. फिर कारोबारियों को सोना बेचता था और अपनी कमाई का कुछ हिस्सा उन्हें देते था।
- जोखिम नहीं उठाना चाहते
- विदेशी बैंकों के सूत्रों का कहना है कि वे एक्जिम स्क्रिप्स के फर्जी होने का जोखिम नहीं उठाना चाहते हैं।
- एम.ई.आई.एस. के तहत जारी एक्जिम स्क्रिप्स के इस्तेमाल से सोने का आयात पिछले साल जुलाई में शुरू हुआ था।
- कच्चे सोने का आयात करने वाले परिशोधकों के अलावा पी.एन.बी. सहित 2 बैंक भी इस योजना के तहत सोने का आयात करने लगे। यह साफ नहीं है कि पी.एन.बी. ने एक्जिम स्क्रिप्स के इस्तेमाल से कितने सोने का आयात किया लेकिन इसके जरिए पिछले 6 महीनों में करीब 70 टन सोने का आयात किया गया।
- सूत्रों के मुताबिक पी.एन.बी. सोने के बड़े आयातकों में शामिल था।
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