Gorakhpur News : भाभा रिसर्च इंस्टीट्यूट के साइंटिस्ट की पत्नी की मौत के मामले चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। नाबालिग बेटे ने ही वारदात को अंजाम दिया। वजह सिर्फ इतनी थी कि मां ने स्कूल जाने के लिए बेटे को जगा दिया था। गुस्से में उसने मां को धक्का दिया।
Gorakhpur Accident News: पिता और 2 बेटियों समेत 5 की मौत
उनका सिर दीवार से टकरा गया। वह गंभीर रूप से जख्मी हो गईं, लेकिन बेटा उन्हें अस्पताल नहीं ले गया, बल्कि मां को छोड़कर स्कूल चला गया। खून बहने से मां की मौत हो गई। 5 दिन तक मां की लाश के साथ रहा। 6 दिन तक पत्नी से बात न होने पर साइंटिस्ट घर पहुंचे। दरवाजा खुला था और बदबू आ रही है। अंदर गए तो देखा पत्नी की लाश फर्श पर पड़ी थी। बेटे ने पिता-पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। उन्हें बताया कि गिरने की वजह से मां की मौत हुई। मगर जब पोस्टमॉर्टम हुआ तो लाश 6 दिन पुरानी निकली। इसके बाद पुलिस ने नाबालिग से सख्ती से पूछताछ की, तो उसने जुर्म कबूल कर लिया।
SP नॉर्थ जितेंद्र श्रीवास्तव ने बताया, नाबालिग पूछताछ में काफी देर तक वह इधर-उधर घुमाता रहा। दो घंटे बाद उसने बताया कि विवाद के दौरान उसने मां का सिर दीवार पर लड़ा दिया था, जिसके बाद उनकी मौत हो गई।
पूरा मामला ..
पिपराइच इलाके में रहने वाले साइंटिस्ट राम मिलन ने बेटे का शहर के एक अच्छे स्कूल में एडमिशन करवाया था, लेकिन वह स्कूल के नाम पर मौजमस्ती करने लगा। बेटे की हरकतों से परेशान होकर 1 दिसंबर को आरती स्कूल गईं। वहां प्रिंसिपल से बेटे की शिकायत की। इसके बाद प्रिंसिपल ने सबके सामने बेटे को डांट लगाई। यह बात उसे नागवार गुजरी थी।
11वीं में पढ़ने वाले बेटे ने पुलिस को बताया कि 3 दिसंबर को मैं सुबह 8:30 बजे तक सो रहा था, तभी मां ने मुझे स्कूल जाने के लिए जगा दिया। मैंने मां से कहा कि मैं स्कूल नहीं जाऊंगा। इस पर मां गुस्सा हो गईं। इसके बाद मेरा उसने झगड़ा हो गया।
गुस्से में मैंने उन्हें धकेल दिया। वह फर्श गिर गईं और थोड़ी देर में बेहोश हो गईं। उनके सिर से खून बहने लगा। यह देखकर मैं डर गया। जल्दी-जल्दी स्कूल ड्रेस पहना और मां को छोड़कर स्कूल चला गया। घर के बाहर ताला भी लगा दिया था।
शाम को घर लौटा तो देखा कि मां की सासें नहीं चल रही थीं। उन्हें घसीटकर स्टोर रूम में ले जाकर छोड़ दिया। इसके बाद 5 दिन तक घर में ही रहा। किसी को शक न हो, इसलिए CCTV का कनेक्शन काट दिया। जब शव से बदबू आने लगी तो अगरबत्ती जलाना शुरू कर दिया।
पिता राम मिलने ने बताया- 3 दिसंबर को मैंने चेन्नई से पत्नी को फोन किया, लेकिन उनका फोन बंद था। 2 दिन तक फोन करते रहे, लेकिन नहीं लगा। इसके बाद मैंने साली ज्ञांती देवी को घर भेजा, तो पता चला कि घर का गेट बंद था। साली ने अनहोनी की आंशका जाहिर की।
मैं फ्लाइट से रविवार, 8 दिसंबर को गोरखपुर पहुंचा। यहां कमरे में जाकर देखा तो खून से लथपथ पत्नी की लाश पड़ी थी। बेटे से पूछा तो उसने बताया कि स्कूल से आकर खाना खाकर सो गया था। जगा तो मां फर्श पर पड़ी थीं, वहां खून फैला हुआ था। यह देखकर डर गया और ताला बंद कर मंदिर चला गया। इसके बाद मैंने पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराया। इसमें पता चला कि आरती की मौत 6 दिन पहले हुई थी। इसके बाद पुलिस ने CCTV कैमरे के DVR की जांच की। इसमें पता चला कि कोई बाहरी व्यक्ति घर के अंदर नहीं आया था। बेटा ही घर के अंदर गया था और अकेला बाहर निकला था। शक के आधार पर पुलिस ने बेटे से पूछताछ की तो सच्चाई कबूल कर ली। SP नॉर्थ ने बेटे से दो घंटे तक पूछताछ की, इसके बाद बेटे ने जुर्म स्वीकार कर लिया। वैज्ञानिक राम मिलन ने अपने बेटे के खिलाफ तहरीर दी। इसके बाद पुलिस ने बेटे के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का केस दर्ज किया।