Shubhangi Dwivedi
KANPUR GSVM NEWS: कानपुर GSVM में पढ़ने वाली MBBS थर्ड ईयर की छात्रा पाखी की हैलट अस्पताल के आईसीयू (ICU) में इनफ्लुएंजा एच1 एन1 वायरस (Influenza A virus) से मौत हो गई है। इसकी मौत का जिम्मेदार कौन है? यह सबसे यक्ष प्रश्न है। गंदगी को लेकर बीते रोज प्रमुख सचिव (Principal secretary) और केंद्र से आई टीम ने नाराजगी जताई थी। एक समय तो प्रमुख सचिव के सामने ही नगर निगम (Municipal Corporation) और जीएसवीएम (GSVM) के अफसर आपस में भिड़ गए थे। कमिश्नर साहब डॉ राजशेखर (Commissioner Dr. Rajasekhar) ने गंदगी को लेकर कड़ी फटकार लगाई थी। लेकिन अब तक मामला जस का तस बना हुआ है।
पिछले कई दिनों से चल रहा था ईलाज….
डॉक्टरों का कहना है कि इनफ्लुएंजा एच1 एन1 वायरस (Influenza A virus) के चलते सेप्टीसीमिया हुआ और मल्टी ऑर्गन फेल होने से पाखी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि मेडिकल कालेज में छात्रा पाखी सुअरों के मरने से फैले इनफ्लुएंजा एच1 एन1 वायरस (Influenza A virus) की चपेट में आई थी। मेडिकल काॅलेज में फैली गन्दगी की केन्द्रीय टीम नें स्वास्थ्य मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपी।
केंद्रीय जांच टीम ने पूछा- बिना जांच के क्यों दफना दिए मृत सुअर
स्मार्ट सिटी के MEDICAL COLLEG में दिल्ली से आई टीम को मिली गंदगी
बिना जांच दफना दिया गया सुअरों को…
मेडिकल कॉलेज (Medical College) में गंदगी के साथ ही सुअरों को आतंक है। मेडिकल कॉलेज में इनफ्लुएंजा एच1 एन1 वायरस फैलने से पहले 6 सुअरों की मौत हो गई थी। जिसे आनन-फानन में मेडिकल कॉलेज (Medical College) में ही बिना जांच दफना दिया गया। इसके बाद 5 अन्य छात्रों में इनफ्लुएंजा एच1 एन1 वायरस की पुष्टि हुई थी। वहीं, इनफ्लुएंजा एच1 एन1 वायरस फैलने के बाद कॉलेज में साफ-सफाई को लेकर अभियान चलाया गया।
केंद्रीय टीम ने की जांच
मामले में जांच के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of Health) ने भी केंद्रीय जांच टीम भेजी थी। जांच टीम ने भी सुअरों की मौत की जांच बिना किए ही दफनाने पर आपत्ति जताई थी। वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ (CM YOGI) ने भी जांच टीम भेजी थी। इसमें अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य (Additional Chief Secretary Health) ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन को गंदगी को लेकर कड़ी फटकार भी लगाई थी।
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज (G.S.V.M. Medical College) की एमबीबीएस तृतीय वर्ष की छात्रा पाखी में इनफ्लुएंजा एच1 एन1 वायरस (Influenza A virus) का संक्रमण मिला है। यह संक्रमण सामान्यता 99 फीसद लोगों को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाता है, लेकिन एक फीसद के खतरनाक साबित हो सकता है।प्राचार्य प्रो. संजय काला (Dr Sanjay Kala) ने बताया कि पाखी में इनफ्लुएंजा ए संक्रमण की पुष्टि हुई है। वायरस ने उनके दिल, फेफड़ा और दिमाग पर हमला किया है। यह समस्या सिर्फ एक फीसद लोगों को होती है।