GSVM MEDICAL COLLEGE के नाम एक और बड़ी उपलब्धि जुड़ गई है। एक नई टेक्नोलॉजी का प्रयोग करते हुए 70 वर्षीय मरीज का मूत्राशय ट्यूमर का ऑपरेशन सफलता पूर्वक किया गया। यह जानकारी यूरोलॉजीस्ट डॉ. अनिल वैद्य ने बुधवार को पत्रकार वार्ता के दौरान दी।
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बताया कि अभी तक इस तरह के ऑपरेशन इलेक्ट्रो कॉटरी विधि से किया जाता था। इसमें मरीज को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। मूत्राशय ट्यूमर के ऑपरेशन में डॉक्टरों के सामने भी कई चुनौतियां होती थी, जोकि अब आसान हो गया है।
पीएमएसएसवाई सुपरस्पेशलिटी बिल्डिंग की टीम ने संस्थान का पहला होल्मियम लेजर ट्रांसयूरेथ्रल रीसैक्शन ऑफ ब्लैडर ट्यूमर (TURBT) प्रक्रिया सफलतापूर्वक किया। यह सर्जरी डॉ. अनिल बैद्य द्वारा कॉलेज के प्रिंसिपल DR. SANJAY KALA और नोडल अधिकारी डॉ. मनीष सिंह के मार्गदर्शन में किया गया। इस आधुनिक मशीन की कीमत एक करोड़ से अधिक है।
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इस विधि से ऑपरेशन कानपुर ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों में भी नहीं किया जाता है। दिल्ली, मुंबई में ही किसी-किसी अस्पताल में यह मशीन उपलब्ध हैं। इस विधि से ऑपरेशन कराने में कम से कम एक लाख रुपये तक का खर्चा आता है, लेकिन मेडिकल कॉलेज में इसका ऑपरेशन निशुल्क किया जा रहा है।
उनके साथ यूरोलॉजी टीम में डॉ. राकेश गुप्ता और डॉ. मुकेश्वर गुप्ता भी शामिल थे। साथ ही जनरल सर्जरी विभाग से डॉ. आदित्य गंगवार और डॉ. विवेक दुबे भी थे। होल्मियम लेजर टीयूआरबीटी मूत्राशय ट्यूमर के इलाज के लिए एक न्यूनतम आक्रामक दृष्टिकोण प्रदान करता है, जो जटिलताओं को कम करता है और रिकवरी समय को सुधारता है।
एक बार में ही ट्यूमर को हटाया जा सकता है
डॉ. वैद्य ने बताया कि इस विधि में मरीज को पूरा बेहोश करने की जरूरत नहीं होती है। हम मरीज को एनेस्थीसिया देकर पूरा ऑपरेशन कर सकते है। इलेक्ट्रो कॉटरी में मरीज को पूरा बेहोश करना पड़ता था।
इसमें ट्यूमर को एक बार में ही हटा सकते है, जबकि इलेक्ट्रो कॉटरी में करंट के माध्यम से ट्यूमर को हटाने का काम किया जाता था। पुरानी विधि से ट्यूमर को एक तरह से उसे छील-छीलकर निकालने का प्रयास करते थे। अब इस अधुनिक मशीन से दूरबीन के माध्यम से हम tumor के निचले हिस्से में पहुंच जाएंगे और एक साथ पूरे ट्यूमर को हटा देंगे।
इसके अलावा रक्त स्त्राव होने का खतरा भी ज्यादा रहता था। इस ऑपरेशन को करने में महज 30 से 35 मिनट का समय लगा। मरीज का ऑपरेशन मंगलवार को किया गया और आज यानि बुधवार को उसकी अस्पताल से छुट्टी भी कर दी गई।