GSVM MEDICAL COLLEGE के अपर इंडिया शुगर एक्सचेंज प्रसूति और स्त्री रोग विभाग में दूरबीन विधि से इलाज शुरू हुआ है। इसको लेकर गुरुवार को ‘गायनी रोबोटिक सर्जरी पर एक कार्यशाला का आयोजन किया। इसमें दूरबीन विधि से होने वाले फायदे के बारे में अवगत कराया गया। डॉ. सीमा द्विवेदी (Seema Dwivedi) व डॉ. प्रतिमा की यूनिट में अविवाहित किशोरी के अंडाशय की गांठ दूरबीन से निकाली। GSVM MEDICAL COLLEGE NEWS
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रिजेंसी हॉस्पिटल की स्त्री रोग विभाग की डायरेक्टर और हेड डॉ. युथिका बाजपेई ने रोबोट से भविष्य में होने वाले ऑपरेशन की तकनीक के विषय में अवगत कराया। एजुकेशन की क्वॉलिटी को बढ़ाने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन स्त्री रोग की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. नीना गुप्ता एवं प्रोंफेसर डॉ. रेणु गुप्ता ने किया। डॉ. रेनू गुप्ता और डॉ. गरिमा गुप्ता की यूनिट में अत्यधिक महावारी से पीड़ित महिला की बच्चेदानी का पूरा ऑपरेशन दूरबीन द्वारा किया गया।
दूरबीन से पीआरपी द्वारा किया इलाज
दूरबीन विधि से शुरू हुई विशिष्ट इलाज की श्रृंखला में गुरुवार को डॉ. नीना एवं डॉ. उरूज जहां की यूनिट में बांझपन से पीड़ित महिला के अंडाशय, जिसमें अंडे बनना बंद हो गए थे। उसका इलाज दूरबीन से पीआरपी विधि द्वारा किया गया। डॉ. शैली व डॉ. दिव्या द्वारा एंडोमेट्रियोसिस से पीड़ित महिला की चिपकी हुई अंडाशय दूरबीन द्वारा सही की। कार्यशाला का संचालन डॉ. सुचिता त्रिपाठी व डॉ. सुगंध श्रीवास्तव द्वारा किया गया। इस मौके पर डॉ. वंदना शर्मा भी मौजूद रहीं।
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