#GuptaNavaratri : लाभ के लिए करें इन मंत्रों का जाप
#GuptaNavaratri : आज गुप्त नवरात्र का आखिरी दिन है। अन्य नवरात्र की ही तरह इन नवरात्रों में भी मां दुर्गी की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार नवरात्र में देवी दुर्गा के सप्तशती के मंत्रों का जाप करना बहुत लाभदायक माना जाता है। सप्तशती में मां दुर्गा के कुछ एेसे सिद्ध मंत्र दिए गए हैं, जिनके उच्चारण मात्र से व्यक्ति की हर मनोकामनमा पूर्ण हो जाती हैं। तो आईए जानें देवी दुर्गा से जुड़े कुछ खास मंत्र-
परम सुखों की प्राप्ति के लिए करें इन मंत्रों का जाप-
मंत्र-
सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोस्तुते।।
देहि सौभाग्यमारोग्यं देहि मे परमं सुखम्। रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि॥
विवाह में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए करें इस मंत्र का जाप-
मंत्र
पत्नी मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणीम्। तारिणीं दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भवाम्।।
बाधाओं की मुक्ति के लिए करें इस मंत्र का जाप
मंत्र
सर्वा बाधा विनिर्मुक्तो धन-धान्य सुतान्वितः। मनुष्यो मत्प्रसादेन, भविष्यति न शंसयः॥
द्ररिद्रता का नाश करने के लिए इस मंत्र का जाप-
मंत्र
दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेषजन्तो: स्वस्थै: स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि।
दारिद्र्यदु:खभयहारिणि का त्वदन्या सर्वोपकारकरणाय सदार्द्रचित्ता॥
मान्यता के अनुसार गुप्त नवरात्र में इन मंत्रों के जाप से हर तरह की इच्छा पूरी होती है।
सर्वविघ्ननाशक मंत्र
सर्वबाधा प्रसमनं त्रेलोक्यस्यखिलेशवरी एवमेय त्वया कार्य मस्माद्ववैरि विनाशनम्
गुप्त नवरात्र के आखिरी दिन मां भगवती की कृपा पाने के लिए व उन्हें खुश करने के लिए उपरोक्त मंत्रों का उच्चारण अवश्य करें।
एेश्वर्य प्राप्ति और भय मुक्ति के लिए करें इस मंत्र का उच्चारण-
मंत्र
एेश्वर्य यत्प्रसादेन सौभाग्य-आरोग्य सम्पदः शत्रु हानि परो मोक्षः स्तुयते सान कि जनै
विपत्ति नाश के लिए करे इस मंत्र का जाप-
मंत्र
शरणागतर्दिनार्त परित्राण पारायणेे सर्वस्यार्ति हरे देवि नारायणि नमोस्तुते।।