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शुक्रवार को नगर निगम ने राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर अवैध रूप से निर्माण किए गए भवनो को सील करने की एक बड़ी कार्रवाई की गई। इनमें बॉलीवुड के विख्यात कलाकार ही-मैन धर्मेन्द्र का ढाबा तथा नमस्ते चौक स्थित यामहा मोटर के पीछे एक अन्य निर्माणाधीन भवन सील किए गए। भारी पुलिस बल के साथ जब यह कार्रवाई की गई तो लोगों में हड़कंप मच गया। लोग इस बात से हैरान थे कि धमेन्द्र की पत्नी हेमामालिनी और बेटा सन्नी दयोल भाजपा के सांसद होते हुए भी प्रशासन ने उनके ढ़ाबे को सील करते जरा भीद संकोच नहीं किया।
उपायुक्त एवं नगर निगम आयुक्त निशांत कुमार यादव ने की गई कार्रवाई की जानकारी देते हुए बताया कि विगत में एन.एच.-44 पर कई अवैध निर्माण की सूचना नगर निगम के संज्ञान में आई थी। ऐसे निर्माण को रोकने के लिए निगम द्वारा बीते अक्तूबर-नवंबर में 7 भवन मालिको को नोटिस दिए गए थे। नोटिस के बाद किसी ने भी उसका उपयुक्त जवाब देना उचित नहीं समझा, परिणामस्वरूप इन्हें सील करने का निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया कि बीती 15 जनवरी को जो ऑडर जारी हुए थे, उनमें सभी 7 भवनो को सील करने की कार्रवाई अमल में लाई जानी थी, लेकिन 4 भवन मालिकों ने न्यायालय से स्थगनादेश प्राप्त कर लिए।
उनमें से 1 ने निगम को शपथ देकर बताया कि वे एक निश्चित समयावधि में नगर निगम से नियमानुसार भवन निर्माण की अनुमति ले लेंगे। दूसरी ओर शेष 2 भवन मालिकों ने नोटिस के जवाब को लेकर कोई जवाब नहीं दिया और आज इनको सील कर दिया गया। इनमें ही-मैन ढाबा और एक अन्य भवन शामिल है।
इस कार्रवाई में तहसीलदार करनाल को ड्ïयूटी मजिस्ट्रेट बनाया गया था। जैसे ही ढाबे को सील करने की कार्रवाई प्रारम्भ की गई, तो उसका भारी विरोध हुआ, लेकिन बड़ी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी में विरोध का सील करने वाली टीम पर कोई असर नहीं हुआ। पुलिस बल का नेतृत्व शहर थाना प्रभारी हरजिन्द्र सिंह ने किया और पूरी कार्रवाई में करीब डेढ घण्टा लग गया। निगमायुक्त निशांत कुमार यादव ने अवैध निर्माण करने वाले लोगों को चेतावनी देते हुए कहा है कि ऐसे लोगों के खिलाफ निगम सख्ती से निपटेगा। निगम के संज्ञान में अवैध निर्माण की जो भी सूचना मिलेगी, उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।