#HEALTH : भारतीय खाना एक ऐसा क्यूसिन है, जिसमें नमक (SALT) का उपयोग खास होता है। नमक न सिर्फ आपके खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि ये कई मायनों में सेहत के लिए गुणकारी साबित होता है। नमक दो तरह के होते हैं, काला और सफेद। भारत के कई तरह के व्यंजनों में काले नमक (SALT)का उपयोग भी होता है। इसके अलावा काले नमक को ज़्यादा इसलिए भी इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि यह सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। लेकिन क्या इसका मतलब यह है कि काला नमक आम नमक की तुलना ज़्यादा बेहतर है?
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काला नमक क्या है?
ऐसे तो बाज़ार में काले नमक की कई वैराइटी मिल जाएंगी, लेकिन आमतौर पर हिमालयन काला नमक ज़्यादा खाया जाता है। हिमालय का नमक दरअसल रॉ सॉल्ट होता है, जो हिमालय की नमक (SALT) की खान से आता है। इसकी चिकित्सीय गुणों की वजह से आयुर्वेदिक दवाओं में पहली बार काले नमक का उपयोग किया गया था। इस नमक को काला ज़रूर कहा जाता है लेकिन इसका रंग हल्का गुलाबी और ब्राउन होता है।
काला और सफेद नमक (SALT) का न सिर्फ रंग अलग होता है बल्कि स्वाद भी काफी अलग है। परंपरागत रूप से, काला नमक उच्च तापमान में जड़ी बूटियों, बीजों और मसालों को मिलाकर बनाया जाता था। आज काला नमक भी सोडियम क्लोराइड, सोडियम सल्फेट, सोडियम बाइसुलफेट और फेरिक सल्फेट के संयोजन से कृत्रिम रूप से बनाया जाता है। फिर इस मिश्रण को चारकोल के साथ मिलाया जाता है और अंतिम उत्पाद बनाने के लिए गर्म किया जाता है।
काला लावा नमक पारंपरिक रूप से ज्वालामुखीय लावा से बनता था। आजकल इसे समुद्री नमक (SALT) और सक्रिय चारकोल को मिलाकर बनाया जाता है। आमतौर पर इस्तेमाल किए जाने वाला नमक जो आप हर दिन उपयोग करते हैं, ज़्यादा प्रोसेस्ड और रिफाइन्ड होता है और अधिकांश ट्रेस खनिज हटा दिए जाते हैं।
क्यों काला नमक है बेहतर?
काले नमक में आम नमक से सोडियम की मात्रा कम होती है। इसलिए खासकर हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों के लिए काला नमक बेहतर होता है। हालांकि, इसे खरीदने से पहले इसमें मौजूद सोडियम की मात्रा ज़रूर चेक कर लें क्योंकि इसमें कई तरह की वैराइटी आती हैं।
आम नमक की तुलना में काले नमक (BLACK SALT) में कम योगज पाया जाता है। क्योंकि काला नमक कम प्रोसेसिंग से गुज़र्ता है इसलिए इसमें योगज की मात्रा कम होती है। वहीं, सफेद नमक की कई ऐसी भी वैराइटी आती हैं जिनमें हानिकारक पोटैशियम आयोडेट और एलूमिनियम सिलिकेट मौजूद होता है। हालांकि, हर तरह के योगज हानिकारक नहीं होते। जैसे सफेद नमक में पाया जाने वाला आयोडीन सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है।
काला नमक (BLACK SALT) न सिर्फ पाचन के लिए बल्कि गैस और ब्लोटिंग जैसी समस्या के लिए भी लाभदायक है। इसके अलावा ये त्वचा और बालों के लिए भी काफी अच्छा माना जाता है।
सफेद या काला नमक?
काले नमक (BLACK SALT) में मौजूद खनिज आसानी से अवशोषित नहीं होते हैं। इसके अलावा, बाज़ार में मिलने वाला काला नमक ज़रूरी नहीं है कि शुद्ध हो। लेकिन क्योंकि काले नमक में योगज कम होते हैं इसलिए ये आम नमक से बेहतर होता है।
हालांकि, सेहत के लिए कम नमक का इस्तेमाल ही अच्छा होता है, फिर चाहे वह काला हो या सफेद। किसी को भी एक दिन में एक छोटे चम्मच से ज़्यादा नमक नहीं खाना चाहिए।
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लेख में दिए गए सुझाव और टिप्स सिर्फ सामान्य जानकारी के उद्देश्य के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।