#HEALTH : बच्चे को डायपर पहनाते समय इन बातों का रखें ख्याल
#HEALTH : बदलते लाइफस्टाइल में बच्चों के लिए डायपर इस्तेमाल करने से पेरेंट्स की आधी समस्या खत्म हो गई है। अब बच्चे को डायपर लगा कर बाहर ले जाने और उसे किसी को पकड़ाने में किसी तरह की मुश्किल नहीं होती। पुराने समय डायपर न होने के कारण पेरेंट्स को बाहर जाते समय यही टेंशन रहती थी कि कहीं बच्चा बाहर जाकर बाथरूम-पॉटी न कर दें। इसके इस्तेमाल से पेरेंट्स को तो फायदा मिला ही है लेकिन इसे सही समय पर न बदलने पर बच्चे को कई बीमारियां घेर सकती है।
अगर आप चाहती है कि इससे आपके बच्चे को कोई प्रॉब्लम न हो तो आइए जानिए बच्चे का डायपर कब और कितनी बार बदलना चाहिए।
क्यों जरूरी है डायपर बदलना
अगर आप बच्चे का डायपर समय पर नहीं बदलेगी तो उसे फंगल इंफैक्शन हो सकती है। जिससे बच्चा चिड़चिड़ा होगा। बच्चे को इस समस्या से बचाने के लिए डायपर पाऊडर का इस्तेमाल करें। इससे स्किन सूखी और नर्म रहती है और फंगल की समस्या कम होती है।
कब बदला जाए बच्चे का डायपर
कपड़े की तुलना में डायपर ज्यादा नमी सोखने में मदद करता है। बच्चे को एक बार डायपर पहनाने के बाद उसके 4 या 5 बार बाथरूम करने के बाद इसे बदल दिया जाए। यदि बच्चा 2-3 घंटे बाद बाथरूम करता है तो एक ही बार में ज्यादा पेशाब करने के कारण डायपर जल्दी गीला हो जाता है तो इसे जल्दी बदलना जरूरी है। बच्चे के पॉटी करने पर इसे तुरंत बदलना चाहिए क्योंकि इसे न बदलने पर बच्चे को कई तरह की स्किन प्रॉब्लम्स घेर सकती है।
सोते समय डायपर लगाने पर
अगर आप रात में बच्चे को डायपर पहना कर सुलाती है तो हर 2 घंटे बाद उसे चैक करें कि डायपर ज्यादा गीला तो नहीं है। जब आपको लगे कि यह ज्यादा गीला हो गया है उसे तुरंत बदल दें। अगर आफ पूरी रात नहीं बदलेंगी तो बेबी की स्किन पर खुजली, सूजन या लालगी हो सकती है। स्किन लाल होने पर इमोजिएंट क्रीम लगाएं।