ब्लैडर वॉल छोटे-छोटे रिसेप्टर्स से बना होता है
आपको यकीन न हो पर टॉयलेट न जा पाने की स्थिति में, एक वयस्क व्यक्ति के ब्लैडर में करीब आधा लीटर तक की यूरीन रोकने की क्षमता होती है. हमारा ब्लैडर वॉल छोटे-छोटे रिसेप्टर्स से बना होता है जो ब्लैडर भर जाने का संदेश दिमाग तक पहुंचाने का काम करता है. जबकि कुछ लोग बाथरूम न जाने की स्थिति में यूरीन को रोक लेते हैं.
क्या असर होता है…
- अमेरिकन ब्लॉगर माइकल अरंडा ने अपने शो में बताया है कि जब इंसान सोच लेता है कि उसे अभी पेशाब नहीं करना है तो वह अपने ब्लैडर का बेलनाकार स्फिंक्टर, यूरेथ्रा को कसकर बंद कर लेता है जिससे यूरीन लीक नहीं हो पाता है.
- ब्लैडर की ये छोटी-छोटी मांसपेशिया बहुत काम की हैं, लेकिन आपको लंबे समय तक इन पर दबाव नहीं डालना चाहिए.
- जो लोग अक्सर काम के सिलसिले में बाहर जाते हैं उन्हें लॉग ट्रिप के दौरान पेशाब को रोकने की आदत होती है.
इंफेक्शन का खतरा
अगर आप लंबे समय तक यूरीन को रोककर रखने की आदत बना रहे हैं तो ये आपके शरीर पर बुरा असर डाल सकता है. खासतौर से यूरीन रोकने की वजह से बॉडी में इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है.