बवासीर में करें इन चीजों को सेवन और भूलकर भी ना खाएं ये आहार
गलत खान-पान के कारण आजकल 5 में से 3 लोग किसी ना किसी हैल्थ प्रॉब्लम से परेशान हैं। पाइल्स या बवासीर भी इन्हीं में से एक है। बवासीर भी दो तरह की होती हैं एक खूनी बवासीर और मस्से वाली बवासीर। ये बीमारी एक बार ठीक होने के बाद दोबारा फिर से हो जाती हैं। एेसे में बवासीर से ग्रस्त लोगों को अपने खान-पान पर बहुत अधिक ध्यान देना चाहिए। आज हम आपको बताएंगे कि पाइल्स या बवासीर में कौन सी चीजें खानी चाहिए और किन चीजों से परहेज करना चाहिए।
बवासीर होने के कारण
- जेनेटिक्स कारण।
- शोच करते समय दबाव डालना।
- फाइबर की कमी।
- मोटापा।
- कब्ज रहना।
- एक ही स्थिति में बैठे रहना।
- ज्यादा देर तक खड़े रहना।
पाइल्स के लक्षण
- मल त्याग के दौरान ब्लीडिंग होना।
- गुदा क्षेत्र में खुजली, जो लगातार या रुक रुक कर हो सकती है।
- गुदा से एक बलगम जैसा स्राव निकलना।3. गुदा के पास एक दर्दनाक सूजन या गांठ महसूस होना।
बवासीर में ना खाएं ये चीजें
हरी या लाल मिर्च
बवासीर की समस्या होने पर लाला या हरी मिर्च का सेवन नहीं करना चाहिए। मिर्च खाने से बवासीर के जख्म एक बार फिर सक्रिय हो जाते हैं। मिर्च के साथ ही गर्म मसाला, चटपटा, तीखा खाना भी नहीं खाना चाहिए।
बाहर का खाना
बवासीर होने पर बाहर का खाना खाने से परहेज करना चाहिए क्योंकि बाहर के खाने में नमक, मिर्च और साफ सफाई का ध्यान नहीं रखा जाता है जबकि घरों में खाना सफाई से बनाया जाता है और मसालों का कम इस्तेमाल किया जाता है। अस्वस्थ खाने से पाइल्स का संक्रमण बढ़ सकता है और दर्द भी बहुत ज्यादा बढ़ जाता है।
फास्ट फूड से बचें
पाइल्स से पीड़ित लोग फास्ट फूड से जितना हो सके, दूरी बनाएं रखें। फास्ट फूड खाने के बजाए आप, फलों या कुछ खास सब्जियों जैसे- पत्तागोभी, चुकंदर, टमाटर आदि को अपने भोजन में शामिल कर सकते हैं, जो काफी फायदेमंद होते है और इस समस्या से निजात पाने में भी सहायक होते हैं।
धूम्रपान और गुटखा
नशे या धूम्रपान का सेवन किसी भी बीमारी को बढ़ाने का काम करता है। वैसे ही सुपारी, गुटखा, पान मसाला, सिगरेट पीने से भी बवासीर की समस्या बढ़ जाती है। जो लोगों बवासीर की समस्या से परेशान है उनको नशे से दूर रहना चाहिए।
बवासीर होने पर खाएं ये चीजें
हरी पत्तेदार सब्जियां
बवासीर की समस्या होने पर हरी पत्तेदार सब्जिया खानी चाहिए। हरी पत्तेदार सब्जियों में बहुत अधिक मात्रा में पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं। इनको खाने से बवासीर ठीक होने के साथ ही पाचन तंत्र भी ठीक रहता है। पालक, पत्ता गोभी, शतावरी, ब्रोकली, फूल गोभी, प्याज, खीरा और गाजर आदि को बवासीर की समस्या में अपने आहार को जरूर शामिल करें।
छाछ पीएं
छाछ या दही खाने से पाचन क्रिया सही रहती है। दही में पाए गुण शरीर को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक होता है। इसके साथ ही यह बवासीर के लक्षणों को कम करते हैं।
भरपूर पानी पीएं
इस समस्या में कम से कम रोजाना 3 से 4 लीटर पानी पीना चाहिए। अधिक मात्रा में पानी पीने से शरीर से विषैले पदार्थ आसानी से बाहर निकल जाते हैं। इसके अलावा भरपूर पानी पीने से मल त्याग में आसानी होती है और कब्ज की समस्या नहीं होती है।
मूली का सेवन
रोजाना मूली का सेवन करने से भी पाइल्स या बवासीर की समस्या से राहत मिलती हैं। मूली में पाएं जाने वाले गुण बवासीर से राहत दिलाने का काम करते हैं।
साबुत अनाज
बवासीर की समस्या होने पर ब्राउन राइस, ओटमील, होल ग्रेन आटा, होल वीट पास्ता और मल्टी ग्रेन ब्रेड को डाइट में शामिल करना चाहिए। बवासीर में इन चीजों को खाने से इस समस्या में बहुत फायदा मिलता है।