IMD Warning: मौसम पर ग्लोबल वार्मिंग का असर तेजी से पड़ रहा है, इस बार क्लाइमेट चेंज की वजह से ठंड उम्मीद से भी ज्यादा कम थी। IMD Warning
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नहीं पड़ेगी वसंत
वहीं अब बताया जा रहा है इस साल वसंत भी नहीं पड़ेगी, मौसम विभाग के मुताबिक, इस साल वसंत नहीं सीधा गर्मी शुरू होगी। आईएमडी के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने मौसम को लेकर कहा, ‘फरवरी के आखिरी हफ्ते या मार्च की शुरुआत में तापमान इतना बढ़ चुका होगा कि गर्मी का अहसास होने लगेगा।’
बारिश सामान्य से 20% तक कम
मौसम विभाग का अनुमान है कि उत्तर-पश्चिम से लेकर मध्य व पूर्वी भारत के अधिकांश हिस्सों में फरवरी में बारिश भी सामान्य से 20% तक कम रहेगी। बारिश की कमी से हवा में नमी घटेगी और तापमान में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
फरवरी में कितना रहेगा तापमान?
ऐसे में, फरवरी में तापमान सामान्य से ज्यादा पहुंचने की संभावना है। दक्षिणी राज्यों में अभी से तापमान सामान्य से अधिक दर्ज होने लगा है। आमतौर पर यहां फरवरी में तापमान 30-32 डिग्री सेल्सियस तक रहता है, इस बार कई इलाकों में तापमान 33 से 37 डिग्री तक जा चुका है।
क्यों आ रहा मौसम में बदलाव?
केरल के पलक्कड़ में रात का तापमान 26.6 डिग्री रहा, जो सामान्यतः 20-21 डिग्री रहता है। अगर यही स्थिति रही तो आने वाले समय में ठंड का प्रकोप बिल्कुल खत्म हो जाएगा और गर्मी से लोगों का बुरा हाल हो जाएगा। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इस बदलाव की बड़ी वजह ला-नीना की परिस्थितियां हैं। इसका असर रबी की फसल पर भी पड़ेगा।
विशेषज्ञों का कहना है कि…
फरवरी मध्य से अप्रैल की शुरुआत तक 45-60 दिन सर्दी-गर्मी नहीं सतातीं। यह मौसम वसंत का होता है। कई सालों से वसंत के दिन तेजी से घट रहे हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक अगले तीन हफ्तों में अधिकांश हिस्सों में औसत तापमान अधिक रहने की संभावना है।
विशेषज्ञ ने बताया, 2024 सबसे गर्म साल रहा। इतिहास के टॉप-5 गर्म वर्ष पिछले 10 साल में ही आए। 2025 का जनवरी इतिहास में तीसरा सबसे गर्म जनवरी रहा।
जनवरी में देश में बारिश 70% कम रही। पहाड़ी राज्यों में बारिश और बर्फबारी 80% तक कम रही। फरवरी में भी बारिश की संभावना कम है।