Kaanch Ki Chudiya: शास्त्रों और हिंदू परंपराओं के वैज्ञानिक कारण भी बताए गए हैं. कई मान्यताओं में एक है चूड़ी पहनना. चूड़ी को हिंदू धर्म के सोलह श्रृंगार (Solah Shringar) में एक माना जाता है. Kaanch Ki Chudiya
जाने, महाकुंभ में नागा साधु क्यों निकालते हैं शाही बारात?
चूड़ियां ना सिर्फ आपके श्रृंगार में चार-चांद लगाती हैं, बल्कि इसके अन्य कई लाभ भी हैं. खासकर सुहागिन स्त्रियों को अपने हाथ खाली नहीं रखने चाहिए. ऐसा करना अशुभ माना जाता है. क्योंकि कांच की चूड़ियों को विवाहित महिलाओं का विशेष श्रृंगार माना जाता है.
शास्त्र और विज्ञान में भी इसके कारण और महत्व बताए गए हैं. अगर आप दादी-नानी की बताई बातों को फॉलो करते तो सुखी रहेंगे और भविष्य में होनी वाली अशुभ घटना से बच जाएंगे. आइये जानते हैं आखिर क्यों हाथों में पहननी चाहिए चूड़ियां. इस मान्यता है पीछे क्या है शास्त्रीय और वैज्ञानिक कारण.
पौष पूर्णिमा से शुरू हो रहा महाकुंभ मेला, तिथियां
महाकुंभ में नहीं बिछडेंगे अपने, 56 थाने और 144 चौकियां बनाई जाएंगी
क्या कहता है विज्ञान
कांच की चूड़ियां पहनने से लगातार फ्रिक्शन यानि घर्षण होता है. इससे ब्लड सर्कुलेशन लेवल बढ़ता है. साथ ही शरीर से निकले वाली पॉजिटिव एनर्जी बैंगल्स के रिंग शेप के कारण वापस बॉडी में चली जाती है. जैसे हम घंटी बजाते हैं तो ईको साउंड सुनाई देती है. जो शरीर हीलिंग सेंटर को एक्टिवेट करता है. इससे हमारे दिमाग से निगेटिविटी बाहर निकल जाती है.
सर्दियों में इस तरह करें लड्डू गोपाल की देखभाल
क्यों मनाई जाती है मकर संक्रांति, नए साल में कब है, शुभ मुहूर्त
क्या कहता है शास्त्र (What Does the Scriptures Say)
ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि, विवाहित स्त्रियां जब कांच की चूड़ियां पहनती हैं तो इससे सकारात्मक ऊर्जा आकर्षित होती है. मान्यता अनुसार सुहागिन महिला के चूड़ी पहनने को सुहाग की निशानी माना गया है. ज्योतिष में विभिन्न रंगों की चूड़ियों के महत्व के बारे में भी बताया गया है. इसलिए चूड़ियां पहनना कई रूपों में लाभदायक होता है.
जानिए, कब रखा जाएगा सकट चौथ व्रत, कथा
Samudra Manthan: कब और कैसे हुई चंद्र देव की उत्पत्ति?