KANPUR BIG MURDER CASE : कानपुर का अब तक का सबसे अधिक चर्चित एकता गुप्ता मर्डर केस (Ekta Gupta Murder Case) खुलासे के दिन से ही चर्चा में है। डीएम कम्पाउंड (DM compound) में महिला की दफनाई लाश का कंकाल मिलना और आरोपी जिम ट्रेनर विमल सोनी का हाईप्रोफाइल लोगों के साथ कनेक्शन।
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पुलिस सूत्रों के अनुसार विमल सोनी के मोबाइल फोन और व्हाट्सअप चैट में जो मिला है और भी सनसनी भरा है। अगर सार्वजनिक कर दिया जाए तो कई घरों में ब्लास्ट हो सकता है। जिम ट्रेनिंग के दौरान रईस घराने की महिलाओं को फंसाकर उनका यौन उत्पीड़न और ब्लैकमेलिंग का खेल करता था। उसके संपर्क में एक-दो नहीं मौजूदा समय में 10 से ज्यादा महिलाएं थीं। जिनके साथ उसका बेहद नजदीकी रिश्ता था।
एक न्यूज वेब पोर्टल के अनुसार डीसीपी ईस्ट श्रवण कुमार सिंह (DCP East Shravan Kumar Singh) ने बताया कि विमल सोनी बेहद शातिर है। विमल की अरेस्टिंग के बाद उसके मोबाइल की जांच की गई तो व्हाट्सएप पर कई महिलाओं से चैट सामने आई। 10 से ज्यादा महिलाएं और सभी से अंतरंग चैटिंग करता था। अफसरों ने बताया कि व्हाट्सएप चैट इस तरह की है कि उसे सार्वजनिक करने से उसके संपर्क में रहने वाली महिलाओं के घर उजड़ जाएंगे। इसलिए इसे बेहद गोपनीय रखा गया है। वह रईस घराने की सुंदर महिलाओं को अपने टारगेट पर लेता था। इसके बाद नजदीकी बढ़ाकर ब्लैकमेलिंग का भी खेल करता था। अश्लील चैट और कॉल डिटेल के साथ कई ऐसे साक्ष्य हैं जो इस तरफ इशारा कर रहे हैं।
कैसे करता था ब्लैकमेल
पूछताछ के दौरान विमल सोनी ने पुलिस को बताया कि वह महिलाओं को काबू कारने के लिए सप्लीमेंट यानी जिम करने के दौरान दिए जाने वाले एनर्जी ड्रिंक में नशीली गोलियां मिलाता था। कुछ दिन में महिलाओं को नशे का एडिशक्शन हो जाता तो वह उसके काबू में आ जाती थीं। फिर वह जो चाहता महिला उसके एक इशारे पर करती थी। एकता गुप्ता को भी उसने हत्या करने के ठीक पहले एनर्जी ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर दिया था। फिलहाल विमल की अरेस्टिंग के बाद से कानपुर ग्रीनपार्क की जिम में आने वाली सभी महिलाओं ने जिम बंद कर दिया है।
ऑफिसर्स क्लब को बना रखा था अय्याशी का अड्डा
पुलिस की जांच में अब तक सामने आया है कि विमल सोनी ने ऑफिसर्स क्लब को अय्याशी का अड्डा बना रखा था। उसके पास ऑफिसर्स क्लब की चाबी थी। वह बेधड़क होकर किसी भी महिला को लेकर वहां जाता और ठहरता था। अफसरों से नजदीकी और उनका ट्रेनर होने के चलते कोई डीएम कंपाउंड का कोई भी कर्मचारी उसकी खिलाफत करने की हिम्मत नहीं जुटा पाता था। इस वजह से उस दिन भी बेधड़क होकर डीएम कंपाउंड में गया और जघन्य हत्याकांड को अंजाम देने के बाद लाश को ऑफिसर्स क्लब में ठिकाने लगा दिया।