KANPUR BIG MURDER NEWS : कानपुर में जिस जगह आलाधिकारी रोज बैडमिंटन व वॉलीबॉल खेलते रहे, वहीं पांच फिट गहराई में एकता का शव दफन था। सिविल लाइंस स्थित ग्रीनपार्क से चार महीने पहले अगवा कारोबारी की पत्नी की हत्या कर शव वीआईपी रोड पर जिलाधिकारी आवास से जुड़े ऑफिसर्स क्लब परिसर के अंदर दफना दिया गया।
महिला को अगवा करने के आरोपी जिम ट्रेनर को शनिवार को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया। इसके बाद उसने यह बात स्वीकार की। इस पर पुलिस अधिकारी फोरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और शव की तलाश के लिए खोदाई शुरू कराई। देर रात करीब साढ़े बारह बजे महिला का शव भी बरामद कर लिया गया।
DCP ईस्ट श्रवण कुमार सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि आरोपी विमल से पूछताछ की जा रही है। जल्द ही आगे का अपडेट किया जाएगा। महिला का शव मिल गया है।
कारोबारी राहुल गुप्ता ने कहा…..
सिविल लाइन में रहने वाले कारोबारी राहुल गुप्ता ने कहा- मेरी पत्नी एकता गुप्ता 24 जून को सुबह जिम करने निकली थी। उसके बाद घर लौटकर नहीं आई। वह ग्रीन पार्क में मौजूद जिम में एक्सरसाइज करने जाती थी। कारोबारी का आरोप है कि जिम ट्रेनर विमल सोनी ने प्रोटीन के साथ पत्नी को नशीला पदार्थ दिया। उसे अपनी कार से लेकर भाग निकला।
कारोबारी ने बताया कि उसके 10 और 12 साल के दो बच्चे हैं। कोतवाली थाने में जिम ट्रेनर विमल सोनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। कारोबारी ने बताया कि उनकी पत्नी के खाते में लाखों रुपए था। इसके साथ ही घर के पूरे जेवरात भी गायब हैं। उनकी पत्नी के साथ अनहोनी होने की आशंका है।
आईबी डायरेक्टर तक ने की थी सिफारिश
राहुल ने बताया कि पुलिस उसकी पत्नी के जाने को गंभीरता से नहीं ले रही थी। इसलिए उसको तलाशने में इतनी देर लग गई। बहनोई की बहन आईबी में अफसर है। उनके जरिए अईबी डायरेक्टर से सिफारिश कराई थी। कई अफसरों को फोन कराए। तब जाकर पुलिस के अफसर सक्रिय हुए।
शनिवार शाम को पति राहुल गुप्ता और भाई हिमांशु को कोतवाली पुलिस ने जानकारी दी कि विमल सोनी को गिरफ्तार किया गया है। विमल सोनी ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसने एकता की हत्या कर शव दफना दिया था। देर रात एकता का शव ऑफिसर्स क्लब परिसर मिलने पर परिजनों ने उसकी शिनाख्त भी कर ली।
कार मिलने के बाद पुलिस ने मामले को हल्के में लिया था
जिम ट्रेनर के पास से शोएब नाम रजिस्टर्ड कार थी। पुलिस ने उसे जिम ट्रेनर और महिला के लापता होने के बाद 25 june को बरामद की थी। कार में रस्सी, टूटा क्लेचर, तौलिया, सिम ट्रे व अन्य सामान बरामद हुआ था। इससे पुलिस ने यह माना था कि दोनों ने नया सिम कार्ड खरीद लिया और लापता हो गए। इसके बाद पुलिस ने इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया।
फिल्म दृश्यम और दृश्यम-टू 22 बार देखी
जिम ट्रेनर विमल सोनी को जानने वाले लोगों, उससे हेल्थ टिप्स लेने वाले अफसरों और खिलाड़ियों ने सपने में नहीं सोचा होगा कि वह इतना शातिर है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक एकता के अपहरण से काफी पहले उसने साजिश का ताना-बाना रच लिया था। उसने अजय देवगन की फिल्म दृश्यम और दृश्यम-टू 22 बार देखी। इस फिल्म में हत्या के बाद लाश उस जगह छिपाई जाती है, जहां थाना बन रहा है। सोच यह कि पुलिस कभी अपने ही थाने की खुदाई कर लाश तलाशने की नहीं सोचेगी। विमल को थाने में तो लाश दफ्न करने का मौका नहीं मिला पर उसने ‘किले’ जैसे डीएम कंपाउंड को जरूर चुन लिया।
पांच फिट गहराई में एकता का शव दफन
जिस जगह अफसर-रोज बैडमिंटन व वॉलीबॉल खेलते रहे, वहीं पांच फिट गहराई में एकता का शव दफन था। कभी तो यहां गड्ढा खोदा गया होगा। एकता जिंदा या मुर्दा वहां तक लाई गई होगी। दफनाने में भी कुछ तो वक्त लगा होगा। त्रिनेत्र का नेटवर्क, डीएम बंगले की गारद और ऑफिसर्स क्लब में आने-जाने वालों को कुछ क्यों नहीं दिखा। ताजा खोदा या भरा गया गड्ढा वैसे तो दूर से ही दिख जाता है, पर वहां करीब ही खेलने वाले अनुभवी अफसरों को संदेह क्यों नहीं हुआ?
घटनास्थल के आसपास रहते हैं कई वीआईपी
वीआईपी रोड स्थित जिलाधिकारी आवास से सटे ऑफिसर्स क्लब और उसके आसपास बने सरकारी आवासों में न्यायिक और प्रशासनिक अफसर परिवार के साथ रहते हैं। वहीं बड़े कारोबारियों के प्लैट और घर भी है। खास बात यह है कि अगर जिम ट्रेनर की बात सही है, तो अति सुरक्षित मानें जाने वाले इस स्थान तक महिला को कैसे ले गया। वहां महिला की हत्या और शव गड्ढा कर दफना भी दिया गया।
डीएम कार्यालय के कर्मी का करीबी है आरोपी
जिलाधिकारी व ऑफिसर्स क्लब में कुछ लोगों को आरोपी जिम ट्रेनर को ट्रेनिंग देते जाता था। उसकी एक जिलाधिकारी कार्यालय में तैनात एक कर्मचारी से करीबी होने की बात भी बात भी सामने आई है। इसकी वजह से उसका अक्सर कैंपस में आना-जाना था और उसे कोई नहीं रोकता-टोकता था।