RAHUL PANDEY
बैक पेपर की फीस (back paper fees) के नाम पर वसूली का आरोप सीएसजेएमयू कुलपति (CSJMU Vice Chancellor) पर स्टूडेंट्स ने लगाया है। छात्र युवा संघर्ष समिति संगठन के छात्र जिलाधिकारी (DM) कार्यालय पहुंचे। छात्र छात्राओं ने कुलपति के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बीते वर्ष जारी किए गए रिजल्ट पर आपत्ति जताते हुए प्रदर्शन किया। स्टूडेंट का आरोप है अंकपत्र रिजल्ट में यूनिवर्सिटी (University) द्वारा जानबूझकर गड़बड़ी की जा रही है। इसके बाद बैकपेपर के लिए फीस के नाम पर वसूली की जाती है। इस संबंध में प्रशासनिक अफसर को एक ज्ञापन सौंप कर छात्रों ने समस्या के समाधान की मांग की।
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बैक पेपर से मोटी रकम
स्टूडेट्स (students) का कहना है कि जब से एनईपी यानी न्यू एजुकेशन पॉलिसी लागू की गई है। यूनिवर्सिटी के द्वारा बिना वजह अधिकांश छात्रों को कई सब्जेक्ट में फेल कर दिया जाता है। इसका असर यह होता है कि मौजूदा साल तकरीबन 70% से ज्यादा छात्र एवं छात्राएं बैक पेपर देने के लिए घूम रहे हैं। एक बैक पेपर की फीस 500 रुपए निर्धारित की गई है। इस तरह से यूनिवर्सिटी (university)को बैक पेपर के माध्यम से मोटी रकम प्राप्त होती है। इसीलिए छात्रों को फेल कर यह खेल खेला जा रहा है। लेकिन छात्रों का यह भी कहना है कि इस तरह से रिजल्ट आने की वजह से कानपुर यूनिवर्सिटी (kanpur university) के गौरव को भी ठेस पहुंच रही है।
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छात्र युवा संघर्ष समिति (student youth struggle committee) के जिला अध्यक्ष अमन यादव ने कहा की यह मांग की गई है कि एक स्वतंत्र कमेटी बनाई जाए जो यूनिवर्सिटी का रिजल्ट आने से पहले जांच करें। छात्रों का यह भी कहना है की बैक पेपर की फीस को खत्म किया जाए। अनुज त्रिपाठी जिला उपाध्यक्ष, तनु यादव, आयुष, आर्यन, मुस्कान मनमोहन, लकी गुप्ता, भूमि, महेंद्र और छात्र-छात्राएं मौजूद रहे ।
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