Kanpur Farmer Suicide Case : आशु दिवाकर HIGH COURT से राहत मिलते ही सामने आ गया। कानपुर के चर्चित किसान सुसाइड केस (farmer suicide case) का मुख्य आरोपी भाजपा नेता रहा आशु दिवाकर उर्फ प्रियरंजन गुरुवार को सूट-बूट में लग्जरी गाड़ी से पुलिस कमिश्नर ऑफिस में पहुंचा।
RAKUL PREET SINGH-JACKKY BHAGNANI WEDDING
पुलिस कमिश्नर (police commissioner) से मिलकर उसने खुद को निर्दोष बताते हुए मदद करने की मांग की है। बीते 5 महीने से 1 लाख के इनामी आशु दिवाकर को पुलिस पकड़ नहीं पा रही थी। कोर्ट से राहत मिलते ही सामने आ गया।
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आधे घंटे तक पुलिस कमिश्नर के साथ आशु ने की बैठक
कानपुर के चर्चित किसान बाबू सिंह (Kisan Babu Singh) सुसाइड केस का मुख्य आरोपी व भाजपा नेता (BJP NETA) रहा आशु दिवाकर गुरुवार दोपहर को पुलिस कमिश्नर ऑफिस पहुंचा। आशु दिवाकर ने पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार से मिलकर खुद को निर्दोष बताया। करीब 30 मिनट तक पुलिस कमिश्नर और आशु दिवाकर के बीच बातचीत हुई।
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आपको बता दें कि आशु दिवाकर के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज है। पहली तो किसान बाबू सिंह सुसाइड केस में 9 सितंबर 2023 को दर्ज की गई थी। दूसरी एफआईआर भी किसान परिवार की ओर से आशु दिवाकर और उसके गिरोह के खिलाफ दर्ज कराई गई है। पुलिस ने उसके ऊपर 1 लाख का इनाम घोषित किया था। हाईकोर्ट से राहत मिलते ही पांच महीने से फरार चल रहा आशु दिवाकर सामने आ गया। जबकि कानपुर पुलिस और एसटीएफ की टीमें आशु का सुराग नहीं लगा पा रही थीं।
करीब 10 करोड़ की जमीन हड़पने का आरोप
चकेरी में 9 सितम्बर को गांव के ही रहने वाले किसान बाबू सिंह यादव ने ट्रेन के सामने कटकर जान दे दी थी। 10 सितम्बर को उनकी पत्नी बिटान देवी ने चकेरी थाने में भाजपा नेता डा. प्रियरंजन उर्फ आशू दिवाकर, शिवम सिंह चौहान, रईस राहुल जैन, उसके साथी मधुर पांडेय, भतीजे जितेंद्र यादव और उसके साढू बबलू यादव के खिलाफ आत्महत्या को उकसाने, धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। किसान परिवार का आरोप है कि भाजपा नेता ने अपने गैंग के साथ मिलकर करीब 10 करोड़ की जमीन हड़प ली।
साढ़े छह बीघा जमीन नाम कराई थी
तत्कालीन जॉइंट पुलिस कमिश्नर (JCP) आनंद प्रकाश तिवारी की जांच रिपोर्ट में सामने आया था कि मृतक किसान परिवार की ओर से लगाए गए आरोप सही पाए गए हैं। किसान की 6.5 बीघा जमीन को भाजपा नेता और उसके गैंग के सदस्यों ने अपने नाम लिखवाई थी, लेकिन रुपए नहीं दिया। बोगस चेक देकर लिखा-पढ़ी कराई और बाद में चेक छीन लिया था। मुख्य आरोपी भाजपा नेता आशु उर्फ प्रियरंजन दिवाकर FIR दर्ज होने के बाद से फरार हो गया था। अब कोर्ट से राहत मिलने के बाद सामने आया है।