RAHUL PANDEY
कानपुर (kanpur) में बांसमंडी, हमराज मार्केट (Hamaj Complex) के बगल में एआर टॉवर में भीषण आग लग गई। देर रात हुए हादसे में आग ने विकराल रूप ले लिया। दमकल की कई गाड़ियां मौके पर आग पर काबू पाने में जुटी हुई हैं। देखते ही देखते 6 कॉम्प्लेक्स में मौजूद 800 से ज्यादा कपड़े की दुकानें जल गईं। अरबों रुपए का नुकसान हो गया।
आइए हम बताते हैं, क्यों नहीं बुझ पा रही आग
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी और CFO दीपक शर्मा ने आग नहीं बुझ पाने की ठोस वजह बताई। दोनों अफसरों की मानें तो इन सभी 6 टावरों में बेसमेंट से लेकर तीन से चार मंजिल तक सिर्फ दुकानें बनी हैं। इन सभी दुकानों में कपड़े का माल भरा हुआ था। देर रात अग्निकांड होने के चलते मार्केट की सभी दुकानों के शटर बंद थे। अब आग लगने के बाद शटर के अंदर तक आग तो पहुंच गई, लेकिन पानी बंद शटर के भीतर नहीं पहुंच पा रहा है। इसके साथ ही दीवार तोड़कर भी दुकानों के भीतर तक पानी डालने का कोई माध्यम नहीं बन पा रहा है। इस वजह से आग पर पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका है। लगातार पानी की बौछार मारने के बाद भी आग सुलग रही है।
AR टावर की तीसरी मंजिल की सीढ़ियों से एक डेड बॉडी मिली
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हमराज कॉम्प्लेक्स में लगी आग, सियासत गरमाई
रह-रह कर धधक रही है आग
आग पर पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका है। आग अभी भी रह-रह कर धधक रही है। फायर ब्रिगेड की गाड़ियां गुरुवार रात 1.30 बजे से लगातार से पानी की बौछार कर रही हैं। फायर ऑफिशियल्स के मुताबिक आग के चलते टावर के ग्राउंड फ्लोर और ऊपरी हिस्से की छतें लटक गई हैं। वहीं हमराज और एआर टावर के बीमों तक में दरारें पड़ गई हैं। शनिवार दोपहर 2 बजे अचानक फिर नफीस बिल्डिंग में आग भड़क उठी है। JCB भी मौके बुलाई गई, ताकि बिल्डिंग का आगे का हिस्सा तोड़कर आग बुझाई जा सके।
SBI के लॉकर से करोड़ों के जेवर और नगदी सुरक्षित निकाले
अग्निकांड के बीच सेना नफीस टावर के थर्ड फ्लोर पर पहुंची। यहां SBI बैंक की ब्रांच है। इसके स्ट्रांग रूम में 100 से ज्यादा ग्राहकों के रुपए, जेवर और दस्तावेज रखे थे। सेना के जवानों की मदद से ये सामान सुरक्षित लोहे के बक्सों में रखवाकर बिल्डिंग से बाहर निकाला गया। ये पूरा सामान कई करोड़ कीमत का बताया जा रहा है। फिलहाल बैक के पास तक पहुंची आग को बुझाने का प्रयास किया जा रहा है।
3 मकान और 4 दुकानों को खाली कराया गया
आग फिर से बढ़ रही है। इसके चलते सुपर हमराज कॉम्प्लेक्स (Hamaj Complex) के बगल में बने 3 मकान और 4 दुकानों को खाली करा लिया गया है। इनके ऊपर के हिस्से में आग लग चुकी है। आईआईटी कानपुर (kanpur) की टीम घटनास्थल पर पहुंची है। आग में राख हो चुकी बिल्डिंग को जल्द ही ध्वस्त किया जाएगा। अरजेन बिल्डिंग में दोबारा आग भड़की थी, हालांकि जल्दी ही उस पर काबू पा लिया गया था। NDRF की टीम भी सेना के साथ आग बुझाने में जुट गई है। बिल्डिंग की लोहे की जालियों को गैस कटर से काटा जा रहा है। टावर में आग की स्थितियों का जायजा ड्रोन के जरिए लिया जा रहा है।
10 शहरों से पहुंची फायर ब्रिगेड
कानपुर अनवरगंज इलाके के बांसमंडी स्थित रेडीमेंड गारमेंट बाजार में गुरुवार देर रात 1:30 बजे आग लग गई थी। AR टावर में लगी आग ने चंद मिनट में पहले पूरा टावर और फिर मसूद कॉम्प्लेक्स, हमराज कॉम्प्लेक्स, नफीस टावर, सुपर हमराज कॉम्प्लेक्स और अर्जन कॉम्प्लेक्स को भी अपनी चपेट में ले लिया। आग की भयावहता देख कानपुर फायर ब्रिगेड के साथ, कानपुर देहात, फतेहपुर, उन्नाव, लखनऊ और प्रयागराज से टीम को बुलाना पड़ा। दूसरे दिन भी टीम आग बुझाने में जुटी हुई है।
इसके बाद भी आग काबू नहीं हुई। शुक्रवार सुबह एयरफोर्स, आर्मी के जवान, ऑर्डिनेंस फैक्ट्री, COD, फर्टिलाइजर समेत अन्य संस्थानों की मदद लेनी पड़ी। शाम तक आग पर तो काबू पा लिया, लेकिन पूरी तरह से बुझा नहीं सके और देर रात तक रह-रह कर धधकती रही।
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प्रयागराज से पहुंची दूसरी हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म मशीन
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि आग पर काबू पाने के लिए प्रयागराज से भी एक हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म मशीन मंगाई गई है। जबकि लखनऊ से शुक्रवार सुबह ही एक हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म मशीन पहुंच गई थी। अब दो गाड़ियों से आग को काबू पाने का प्रयास किया जाएगा। क्योंकि ऊंची इमारतों में सामान्य तौर पर फायर ब्रिगेड से पानी डालना बेहद मुश्किल हो रहा था। इसके चलते बिल्डिंग से फिर से आग की लपटें उठने लगती हैं।
1 किमी. का दायरा सील
50 फायर ब्रिगेड आग बुझाने में लगी।
1500 से ज्यादा गाड़ी पानी डालने के बाद भी धधक रही आग
12 IPS संभाल रहे थे आग बुझाने की व्यवस्था।
अग्निकांड के बाद से 1 किमी. का दायरा सील।
10 जिलों से मंगानी पड़ी फायर ब्रिगेड की गाड़ियां।
कानपुर मंडल की पुलिस फोर्स को भी बुलाना पड़ा।
20 करोड़ से ज्यादा कैश जलने की चर्चा।
करोड़ों रुपए के नुकसान का लगाया जा रहा अनुमान।
2 दुकानें बच गईं, जबकि…
पूरे मार्केट की सभी दुकानों का सामान जलने के बाद भी सिर्फ 2 दुकानें बच गईं। यह दोनों दुकानें फ्रंट पर हैं। लाजपत नगर के रहने वाले जतिन टेकवानी और गौतम टेकवानी दोनों भाइयों की AR टावर और मसूद कॉम्प्लेक्स में मोहन फैशन और मोहन ट्रेडर्स के नाम से शॉप है। अग्निकांड के दौरान दोनों भाई रात में बदहवास हो गए थे, लेकिन सुबह शटर खोलकर देखा तो दोनों दुकानों में रखा करीब 1 करोड़ का माल सुरक्षित बच गया।
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