SHUBHANGI DWIVEDI
कानपुर: जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज (G.S.V.M. Medical College) की एमबीबीएस तृतीय वर्ष की छात्रा पाखी में इनफ्लुएंजा ए वायरस (Influenza A virus) का संक्रमण मिला है। यह संक्रमण सामान्यता 99 फीसद लोगों को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाता है, लेकिन एक फीसद के खतरनाक साबित हो सकता है। पाखी के साथ ही 69 अन्य छात्रों के सैंपल किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) लखनऊ भेजे गए थे, जिसमें से तीन की रिपोर्ट पर संशय है। इन तीन छात्रों के सैंपल गुरुवार को फिर से भेजे जाएंगे। यह छात्र जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज (G.S.V.M. Medical College) में भर्ती हैं। बाकी छात्रों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। प्राचार्य प्रो. संजय काला (Dr Sanjay Kala) ने बताया कि पाखी में इनफ्लुएंजा ए संक्रमण की पुष्टि हुई है। वायरस ने उनके दिल, फेफड़ा और दिमाग पर हमला किया है। यह समस्या सिर्फ एक फीसद लोगों को होती है। बुधवार को छात्रा की तबियत में थोड़ा सुधार हुआ है। पाखी की रूम मेट ठीक है।
70 छात्रों के सैंपल किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी भेजे गए…
मेडिकल कॉलेज (Medical College) के बीएचवन, बीएच टू, बीएच थ्री, बीएच फोर, बीएच फाइव और गर्ल्स छात्रावास के तीन दर्जन से अधिक मेडिकल छात्रों में सर्दी, बुखार, वायरल जैसी समस्या हुई। तृतीय वर्ष की छात्रा पाखी की तबियत ज्यादा बिगड़ गई। उनकी रूम मेट को भी बुखार जैसा महसूस हुआ। करीब एक दर्जन छात्रों को हैलट अस्पताल (Hallet Hospital) में भर्ती किया गया। पाखी समेत 70 छात्रों के सैंपल किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में भेजे गए। यहां स्वाइन फ्लू, मलेरिया, चिकुनगुनिया, जापानी बुखार, दिमागी बुखार समेत अन्य जांच हुई।
एमएसएमई मंत्री राकेश सचान पर दर्ज मुकदमों की वापसी पर शासन लेगा फैसला
उप प्राचार्य प्रो. रिचा गिरी ने किया सहयोग…
परिसर में साफ सफाई के लिए डॉक्टर आगे आए हैं। प्राचार्य ने अपने वेतन से दो लाख का चेक दिया है, जबकि उप प्राचार्य प्रो. रिचा गिरी (Prof. Richa Giri) ने पाखी के इंट्रावीनस इम्युन ग्लोबुलिन (एंटीबॉडी) के लिए डेढ़ लाख रुपये का सहयोग किया है। उन्होंने छात्रा के लिए एसजीपीजीआई (SGPGI) में बेड सुरक्षित कर लिए हैं, लेकिन उनके माता पिता ने हैलट अस्पताल में ही इलाज करने के लिए कहा। कई अन्य डॉक्टर भी मदद के लिए तैयार हैं।