Kanpur IGRS Rank : आईजीआएस की इतनी खराब रैंक पर डीएम लापरवाह अफसरों पर सख्त कार्रवाई की तैयारी कर रहे हैं। अधिक डिफाल्टर शिकायतों की विभागवार सूची मांगी गई है।
विभागाधिकारियों को नोटिस जारी कर यह भी आदेश दिया है कि किस कर्मचारी या अधिकारी के कारण यह शिकायतें डिफाल्टर हैं इसकी जानकारी मुहैया कराई जाए। इसके बाद तय होगा की आखिर गलती किसकी है। डीएम ने आईजीआएस संबंधित कार्य के लिए चार आलाधिकारिकयों को लगाया जो 10 बिन्दुवार इसपर कार्य करेंगे।
लापरवाह अफसरों पर लगाम नहीं, 75 जिलों में 74वीं रैंक
डीएम राकेश कुमार सिंह (DM Rakesh Kumar Singh) ने बताया कि डिफाल्टर शिकायतों से रैंक खराब आई है। अब यह तय किया जाएगा आखिर नियत समय में शिकायत प्रकरण को निस्तारण न करने वाला कौन है? उस अफसर के खिलाफ प्रतिकूल प्रविष्टि की कार्रवाई की जाएगी।
आईजीआरएस पोर्टल पर की गई शिकायत निस्तारण का हाल सबसे ज्यादा खराब है। नवम्बर माह की जारी IGRS रैंकिंग में जिले को 74वां स्थान मिला है। जबकि अक्टूबर माह में जिले को 62वीं रैंक मिली थी। समय से शिकायतों के निस्तारण में हीलाहवाली करने वालों की सूची बनाई जा रही है। इस संबंध में विभागों को लेटर लिखा जा रहा कि आखिर शिकायतें डिफाल्टर क्यों हैं? कहां पर शिकायतों के निस्तारण में देरी हुई। विभागाधिकारी से इस संबंध में जानकारी मांगी गई है। इसके बाद समीक्षा कर पता लगाया जाएगा कि गलती किसकी है।
चार अफसर IGRS शिकायतों पर रखेंगे नजर
आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त संदर्भों का विभिन्न विभागों से समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित कराये जाने एवं मासिक मूल्यांकन रिपोर्ट में निर्धारित 10 (दस) मानकों में वर्णित कार्यों का प्रभावी पर्यवेक्षण करने के लिए चार अफसरों को नामित किया गया है।
अपर जिलाधिकारी (नगर) डॉ. राजेश कुमार, एडीएम वित्त राजेश कुमार, ADM न्यायिक आशुतोष दुबे, एसीएम तीन राम शंकर। एसीएम प्रथम राजेश कुमार प्रभारी अधिकारी आईजीआरएस के कार्यो के साथ मण्डलायुक्त कार्यालय से प्राप्त संदर्भों का भी पर्यवेक्षण करेंगे। ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर संदीप यादव, रणधीर सिंह, कम्प्यूटर प्रोग्रामर द्वारा आईजीआरएस संबंधित कार्य देखेंगे।