Kanpur IGRS Ranking :जनता की शिकायतों के निस्तारण और उनके फीडबैक को लेकर शासन खासा गंभीर है। इस संबंध में लगातार दिशा निर्देश भी जारी किए जा रहे हैं, लेकिन कानपुर के अफसर इस ओर लापरवाह हैं। इस दफा जिले ने सात पायदान की कूंद जरूर लगाई है।
डीएम की घुड़की के बाद सिर्फ सात पायदान की उछाल, 62 रैंक , पुलिस कमिश्नरेट प्रदेश में फर्स्ट
डीएम-अब होगी प्रतिकूल प्रविष्टि की कार्यवाही
सितंबर में मिले 69 रैंक के बाद अक्टूबर में रैंक 62 हो गई है। आईजीआएस रैंकिंग में सुधार न होने पर डीएम ने एक बार फिर कई विभागों के अफसरों को नोटिस जारी किया है। इनमें कुछ विभाग तो ऐसे हैं जिसमें सौ फीसदी शिकायतकर्ता कार्रवाई से असंतुष्ट मिले।
जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि आईजीआरएस में आ रही शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने को लेकर लगातार निर्देश दिया जा रहा है। लेकिन निगेटिव फीडबैक से रैंकिंग में सुधार नहीं हो पा रहा है। सभी को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है। उचित जवाब न मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
IGRS पोर्टल पर आने वाली शिकायतों के निस्तारण के बाद हर माह मुख्यमंत्री कार्यालय से फीडबैक लिया जाता है। अक्तूबर माह में निस्तारित की गई शिकायतों के बाद फरियादियों से फीडबैक लिया गया] जिसमें अफसरों की पोल खुल गई।
कुछ विभागों को छोड़कर शिकायत करने वाले अधिकांश लोग असंतुष्ट मिले। 35 विभागों की स्थिति सबसे खराब मिली। इन विभागों से लिए गए एक भी फीडबैक पॉजिटिव नहीं मिले। आईजीआरएस में आई शिकायतों को लेकर 90 विभाग का फीडबैक लिया गया। वहीं मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में आई शिकायतों के लिए 68 विभागों का फीडबैक लिया गया। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने 158 अफसरों को नोटिस जारी किया है।
35 विभागों का फीडबैक खराब
मुख्यमंत्री कार्यालय से विभागों में निस्तारित की गई शिकायतों का फीडबैक लिया गया। जिसमें सौ फीसदी शिकायतकर्ता कार्रवाई से असंतुष्ट मिले। इसमें मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जिला अस्पताल-महिला अस्पताल, अधिशाषी अभियंता कानपुर, क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी, प्रमुख अधीक्षक हैलट, सब रजिस्ट्रार बिल्हौर, चकबंदी अधिकारी सदर व नरवल, सचिव मंडी समिति, खंड विकास अधिकारी सरसौल, घाटमपुर व शिवराजपुर, एआरटीओ, सीएचसी कल्याणपुर, खंड शिक्षा अधिकारी भीतरगांव व बिल्हौर समेत 35 अफसरों ने एक भी शिकायत का सही तरह से निस्तारण नहीं किया।