Kanpur News : एक अफसर की आरामतलबी से एक साल से पति की मौत का मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाने के लिए भटक रही महिला को डीएम की चौखट पर न्याय मिला। महिला की फरियाद सुनकर डीएम राकेश कुमार सिंह उक्त अफसर पर इतना नाराज हुए की तत्काल उसे कलेक्ट्रेट आने का आदेश दिया।
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मामला घाटमपुर पालिका का है जहां एक अधिशाषी अधिकारी की कारस्तानी से महिला परेशान थी। DM ने महिला को आश्वस्त किया और नगर पालिका को ईओ को मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाने का निर्देश दिया। डीएम ने कहा कि महिला दोबारा नहीं भटकेगी। प्रमाणपत्र घाटमपुर से बने या नगर निगम से, ईओ तुरंत बनवा कर उपलब्ध कराएं।
जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह कलेक्ट्रेट में जनसुनवाई कर रहे थे। दोपहर 12 बजे के करीब एक महिला पूनम गुप्ता कलक्ट्रेट पहुंची और जिलाधिकारी के समक्ष अपनी फरियाद लगाई। पूनम ने रोते हुए कहा कि उसके पति संदीप कुमार गुप्ता की पिछले वर्ष अक्तूबर माह में मौत हो गई थी। वह बीमार थे और एक निजी अस्पताल में भर्ती थे। इलाज में लापरवाही से उनकी मौत हो गई। पिछले 14 माह से भटक रही हूं लेकिन अब तक मृत्यु प्रमाणपत्र नहीं बन पा रहा है। महिला की बात सुनते ही जिलाधिकारी चौंक गए। उन्होंने तुरंत घाटमपुर नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी महेंद्र कुमार से बात की।
डीएम ने नाराजगी जताई
महेंद्र कुमार ने बताया कि महिला के पति का इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा था। हालत बिगड़ने पर उन्हें पहले सीएचसी में भर्ती कराया गया, फिर हैलट रेफर कर दिया गया। एंबुलेंस से हैलट आते समय उनकी मौत हो गई। क्योंकि संदीप की मौत घाटमपुर नगर पालिका क्षेत्र के बाहर हुई, इसलिए मृत्यु प्रमाणपत्र नगर निगम से बनेगा। ईओ की बात सुनते ही डीएम ने नाराजगी जताई और कहा कि नियमानुसार मृत्यु प्रमाणपत्र घाटमपुर नगर पालिका में बने या फिर नगर निगम में। उसे बनवा कर महिला को दें। दोबारा महिला प्रमाणपत्र के लिए किसी अधिकारी की चौखट पर परेशान नहीं होनी चाहिए। डीएम के आश्वासन के बाद महिला घर लौट गई।