KANPUR NEWS : कानपुर (KANPUR) शहर का कमलापत मेमोरियल (KPM) अस्पताल पूरी तरह से जर्जर हो गया है। IIT कानपुर की एक टीम ने पूरे क्षेत्र का निरीक्षण किया, जिसके बाद यह पता चला। यह निरीक्षण लगभग डेढ़ माह तक चला। इसमें टीम ने पाया कि बिल्डिंग का निर्माण कराना उचित नहीं है। ढांचा पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। बिल्डिंग में लगी सरिया तक कमजोर हो गई हैं। KANPUR NEWS
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61 वर्ष पुराना है अस्पताल
कमलापत मेमोरियल अस्पताल, बिरहाना रोड पर, लगभग 61 वर्ष पहले बनाया गया था। उस दौरान यहां पर कानपुर के साथ-साथ आसपास के कई जिलों से मरीज डॉक्टरों से परामर्श लेने के लिए आते थे। वर्तमान में यहां ओपीडी में प्रतिदिन 300 से 400 मरीज हैं। अस्पताल की इमारत पुरानी होने की वजह यहां पर कोई नया निर्माण नहीं हो पा रहा है।
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दिखने लगी सरिया
अस्पताल इतना पुराना हो चुका है कि छत की सरिया तक दिखने लगी है। वहीं, दीवारों के प्लाटर गिरने की वजह अंदर की ईंट तक दिखती है। कई बार तो छत का प्लास्टर गिरने से वहां के कर्मचारी चुटहिल होने से बचें हैं। अस्पताल के मरम्मत कार्य व जांच के लिए तत्कालीन सीएमएस ने शासन को करीब चार साल पहले पत्र लिखा था। पत्र लिखने के बाद शासन से करीब नौ लाख रुपये का बजट स्वीकृत हुआ, लेकिन बजट स्वीकृत होने के बाद कुछ माह बाद ही केपीएम अस्पताल की इमारत की हालत व मजबूती की जांच के लिए आईआईटी ने सर्वे किया।
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सर्वे में किया गया कई जगहों पर ब्लास्ट
अस्पताल के सीएमएस डॉ. आरसी यादव ने बताया कि सर्वे के दौरान दीवारों और नींव की क्षमता को परखने का काम किया गया। वहीं, टीम ने दिवारों के आसपास ब्लास्ट भी किया। इस दौरान दीवारों पर दरारे पड़ गई। इसके बाद आईआईटी टीम ने अपनी रिपोर्ट तैयार की, जिसमें अस्पताल की मजबूती को बिल्कुल भी ठीक नहीं बताया है। टीम ने इस संबंध में अस्पताल के सीएमएस डॉ.आरएस यादव से भी वार्ता की।
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