ARTI PANDEY
शहर में दो मरीज कोरोना (Corona) पाॅजिटिव मिली हैं, इन्हे सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। एक महिला बंदी के कोरोना होने से जिला जेल के सभी कैदियों की जांच स्वास्थ्य विभाग की ओर से की जाएगी। दो मामले आने के बाद से एक दफा फिर हडकंप मच गया है। वहीं सीएमओ आलोक रंजन का कहना है कि जांच में तेजी लाई जाएगी।
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इंफ्लुएंजा एच 3 एन 2 के मामले लगातार बढ रहे हैं। इसके चलते अस्पतालों में वायरल के मरीजों की संख्या बढती जा रही है। जिला जेल में बंद 60 साल की महिला लीवर की समस्या से परेशान थी। उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया जहां जांच के दौरान वह कोरोना संक्रमित निकली। उसे हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं दूसरे मामले में लखनपुर की रहने वाली एक महिला भी कोरोना संक्रमित निकली। उसे भी अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।
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संपर्क में आने वालों की होगी जांच
जानकारी के अनुसार जिला जेल में कैदियों की कोविड जांच स्वास्थ्य विभाग की टीम करेगी। साथ ही बंदी महिला किसके संपर्क में रही इसकी जांच होगी। अस्पताल में किससे मिली और कहां कहां गई इस पूरी कडी को देख कर संबंधितों की जांच करायी जाएगी। वहीं लखनपुर में रहने वाली महिला के संपर्क में आए लोगों की भी जांच टीम करेगी। अफसरों ने बताया कि जांच की गति को और तेज किया जाएगा।
वायरल के मामले बढ रहे
सर्दी, खासी, बुखार के मामले नहीं हुए कम मौसम में हल्की ठंडक और गर्मी का असर स्वास्थ पर पड़ रहा है। सर्दी, खांसी, बुखार, निमोनिया, डायरिया के मामले बढ़ रहे है। सर्दी, खांसी के साथ ही सास के रोगियों की दिक्कत बढ़ी है। बच्चों में निमोनिया, गले में दर्द और पसलिया चलने की समस्या मिल रही है। उल्टी और दस्त के काफी केस आरहे हैं।
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स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की नई गाइडलाइंस, रहें अलर्ट
देश भर में रिपोर्ट किए गए कोरोनावायरस मामलों में देखी जा रही तेजी ने केंद्र सरकार की चिंता बढ़ा दी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए। सरकार ने कुछ राज्यों में कोविड -19 परीक्षण ज्यादा से ज्यादा करने की सलाह दी है।
अप्रैल को हो सकती है मॉक ड्रिल
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और ICMR की जॉइंट एडवाइजरी के मुताबिक, 10 और 11 अप्रैल को पूरे देशभर में मॉक ड्रिल की योजना बनाई जा रही है। इस दौरान सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में तैयारियों का जायजा लिया जाएगा। एडवाइजरी में बताया गया है कि मॉक ड्रिल की पूरी डिटेल 27 मार्च को आएगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, घबराएं नहीं
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर मनसुख मंडाविया ने कहा कि वर्तमान में, देश में, Covid19 का नया वेरिएंट पाया गया है, वह Omicron का ही सब वेरिएंट है। हमें सतर्क रहने की जरूरत है लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। हर नए वैरिएंट को आइसोलेट किया जाता है और इसका परीक्षण किया जाता है कि हमारे टीके इसके खिलाफ प्रभावी हैं या नहीं। हमारे टीके अब तक पाए गए सभी Covid19 वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी पाए गए हैं।
जानिए क्या करें और क्या ना करें
सरकारी आदेश में उल्लेख किया गया है कि कोरोनावायरस और इन्फ्लूएंजा के लक्षणों में समानता होती है। इसके लिए जांच जरूरी है। घनी आबादी और भीड़ में यह तेजी से फैल सकता है। लक्षणों पर ध्यान दें। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, “इनफ्लूएंजा और कोरोना दोनों के लक्षणो में समानता होती है जो डॉक्टरों के लिए भी एक दुविधा पेश कर सकता है। इन दोनों बीमारियों को सरल सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों का पालन करके आसानी से रोका जा सकता है, जैसे भीड़भाड़ में ना जाएं। हाथों को बार-बार साबुन से धोएं, सैनिटाइजर का प्रयोग करें। फेसमास्क लगाएं।
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सरकार ने लोगों में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से एक नई एडवाइजरी जारी की है।
गाइडलाइंस
- विशेष रूप से बीमार और बुजुर्ग लोगों को भीड़भाड़ और खराब हवादार स्थानों में जाने से बचना चाहिए।
- अस्पताल में इलाज करने वाले डॉक्टरों, पैरामेडिक्स और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के साथ-साथ रोगियों और उनके परिचारकों को फेस मास्क जरूर पहनना चाहिए।
- भीड़भाड़ वाली और बंद जगहों पर फेस मास्क जरूर पहनें।
- छींकते या खांसते समय नाक और मुंह को ढकने के लिए रुमाल या टिश्यू का इस्तेमाल करें।
- हाथ की स्वच्छता बनाए रखें और बार-बार हाथ धोएं।
- सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से परहेज करें।
- कोविड टेस्ट को बढ़ावा दिया जाना चाहिए और लक्षण दिखते ही जांच कराया जाना चाहिए।
- सांस की बीमारियों से पीड़ित होने पर व्यक्तिगत संपर्क करने से बचें।