#KANPUR : स्थानीय चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में स्थापित मौसम विभाग (weather department) के अनुसार जैसे-जैसे वातावरण में कोहरे का असर बढ़ेगा, प्रदूषण (polluted) की मात्रा में भी बढ़ोतरी की संभावना है। कोहरे और धुंध में नमी होने से धूल और धुएं के प्रदूषित कण इसमें मिलकर प्रदूषण (Pollution) की परत बना लेते हैं।
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लगातार दो दिनों तक देश का सर्वाधिक प्रदूषित शहर रहने के बाद कानपुर (KANPUR) तीसरे दिन शनिवार को दूसरे स्थान पर रहा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Pollution control board) की ओर से जारी रिपोर्ट में महानगर में प्रदूषण की मात्रा 431 एक्यूआई रही।
इस स्थिति में अधिक देर रहने पर सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। पिछले तीन दिनों से सुबह के समय करीब चार घंटे तक ऐसा ही माहौल है। इससे मॉर्निंग वॉक पर जाने वालों की संख्या में कमी आई है। मोतीझील में नियमित मॉर्निंग वॉक करने वाले स्वरूप नगर निवासी अखिलेश पांडेय के अनुसार धुंध की वजह से उम्र दराज लोग पिछले कई दिन से नहीं आ रहे हैं।
इस बीच महानगर में बढ़ रहे प्रदूषण की रोकथाम के लिए शनिवार को मंडलायुक्त डॉ. राजशेखर ने नगर आयुक्त और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी के साथ नेहरू नगर में स्थापित केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के प्रदूषण मॉनीटर का निरीक्षण किया।
शनिवार को प्रमुख शहरों में प्रदूषण की स्थिति (एक्यूआई में): गाजियाबाद 434, कानपुर 431, लखनऊ 414, बुलंदशहर 416, बागपत 410, ग्रेटर नोएडा 406, नोएडा 416, दिल्ली 404