16 जून से 16 जुलाई तक तीन बडी घटनाएं
आईपीएस IPS दिनेश कुमार पी के कानपुर एसएसपी SSP बनने के बाद शायद ही आराम करने को मिला होगा। दरअसल शहर में एक महीने में कई आपराधिक वारदातें हुईं। बीते एक महीने यानि 16 जून से 16 जुलाई तक ऐसे तीन बडी घटनाएं हुई जो पूरे देश में चर्चा का विषय बनी रहीं। जिसमें बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का मामला पूरे देश में सुर्खियों में अब तक है। एक महीने की तीन बडी आपराधिक वारदात जिसमें पुलिस की नाकामी के साथ उनके उसमें शामिल होने की भी पुष्टि होती रही। यहां तक की एसओ रैंक के पुलिस अफसर तक जांच के घेरें में आ गए। आपराधिक वारदातों के चलते योगी सरकार पर विपक्षियों ने भी खूब हमला बोला। कांग्रेस, बसपा और सपा के दिग्गज नेताओं ने यूपी को अपराधियों का गढ तक बता दिया।
16 june
IPS दिनेश कुमार पी को एसएसपी कानपुर बनाया
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने 14 आईपीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया है. इसके अलावा अनंत देव को एसएसपी-डीआईजी कानपुर से डीआईजी एसटीएफ बनाया गया, दिनेश कुमार पी को एसएसपी सहारनपुर से एसएसपी कानपुर बनाया गया है।
तीन बडी घटना
20 june
#KANPUR NEWS : बसपा नेता पिंटू सेंगर की गोली मारकर हत्या
बसपा BSP नेता पिंटू सेंगर पर दिनदहाड़े बदमाशों ने गोलियां बरसा दीं। घटना चकेरी थाना क्षेत्र के जाजमऊ केडीए आशियाना कॉलोनी के पास की है।सेंगर को गंभीर हालत में रिजेंसी अस्पताल में एडमिट कराया गया। यहां उपचार के दौरान मौत हो गई। एसएसपी SSP समेत आला अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया।
3 july
#KANPUR : विकास दुबे की फायरिंग से सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद
POLICE पर फायरिंग की सबसे बडी वारदात, पहले भी पुलिस पर हुए हमले
कानपुर में एक हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर बदमाशों ने गोलियां बरसा दी. इसमें एक क्षेत्राधिकारी यानी डिप्टी एसपी समेत आठ पुलिस कर्मी शहीद हुए हैं. हमले में सात पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. कानपुर के चौबेपुर थाना इलाके में पुलिस ने बिकरू गांव में दबिश दी थी. पुलिस यहां हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने गई थी.
22 जून
बर्रा पांच एलआइजी कॉलोनी निवासी पान विक्रेता चमन का 27 वर्षीय इकलौता बेटा संजीत 22 जून को अस्पताल से घर लौटते समय लापता हो गया था। चमन ने बर्रा थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। दो दिन बाद एसएसपी की फटकार के बाद अपहरण का मुकदमा दर्ज गया। चमन ने बर्रा विश्व बैंक कॉलोनी निवासी राहुल यादव व उसके परिवारवालों पर शक जताते हुए तहरीर दी थी। आरोप लगाया कि बेटी से रिश्ता तोडऩे के चलते आरोपित धमका रहे थे। पुलिस ने 23 जून को ही राहुल को हिरासत में ले लिया था। उसके पीएसी में तैनात पिता और चाचा (मैनपुरी में दारोगा) से भी पूछताछ की गई, लेकिन संजीत का सुराग नहीं मिला। 29 जून से अपहर्ता ने 30 लाख रुपये फिरौती के लिए फोन करना शुरू कर दिया।
14 जुलाई को परिवारवालों ने एसएसपी दफ्तर पहुंचकर बताया कि सोमवार रात बर्रा थाना प्रभारी रणजीत राय के कहने पर उन्होंने रकम का इंतजाम किया और अपहर्ता के बुलाने पर पुलिस के साथ जाकर गुजैनी हाईवे के नीचे रेलवे लाइन पर रकम से भरा बैग फेंक दिया था। बावजूद इसके बेटा नहीं मिला और न ही अपहर्ता पकड़े गए। मामला मीडिया की सुर्खियां बना तो पुलिस बैकफुट पर आ गई और एसपी साउथ अपर्णा गुप्ता ने बैग में रकम न होने का बयान दिया। संजीत की बहन रुचि ने कहा कि पिता ने मकान और जेवर बेचकर 30 लाख रुपये जुटाए थे। भाई के साथ अब यह पैसा भी चला गया। तब एसएसपी ने पुलिस टीम के खिलाफ जांच के आदेश दिए थे।
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Kanpur : पुलिस की हत्या के आरोपी शशिकांत की पत्नी ने मोबाइल फ़ोन पर क्या बात की।
Uttar pradesh most wanted Vikas Dubey arrest. Full video
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