RAHUL PANDEY
चुनावी माहौल शुरू होते ही पियक्कड़ों की मौज हो गई. इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि सिर्फ जनवरी महीने में 180 करोड़ रुपए की शराब बिक गई. इसमें, अंग्रेजी, देशी समेत बियर शामिल है, जोकि किसी भी महीने में सबसे ज्यादा है. जबकि आबकारी विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, हर महीने औसतन 110 करोड़ की शराब ब्रिकी होती है. ऐसे में इसकी वजह चुनावी माहौल माना जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ चुनाव आयोग के आदेश के बाद आबकारी विभाग ने अवैध, नकली, तस्करी समेत वोटिंग के लालच में फ्री में शराब की सप्लाई पर निगरानी रखने के लिए 12 टीमों का गठन किया है. जिससे शराब के कारण चुनावी महौल बिगाडऩे वालों पर लगाम लगाया जा सके.
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शराब का लालच देेकर वोटिंग
हर चुनाव में ऐसे आरोप लगते रहे हैं कि शराब का लालच देकर वोटिंग अपने पक्ष में कराई जाती है. ऐसे में चुनाव आयोग की तरफ से इस पर सख्ती बरतने का आदेश दिया है. जिसके बाद से आबकारी विभाग ने कमर कस ली है. अवैध, नकली समेत शराब तस्कर को पकडऩे के लिए गठित 12 टीमों में हर एक टीम में पांच मेंबर की तैनाती की गई है. जिसमें तीन सिपाही समेत इंचार्ज शामिल रहेंगे. यह टीमें 31 मार्च 2022 तक अलग अलग एरिया में सक्रिय रहेगी.
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आबकारी में महज तीन गाडिय़ां
राज्य सरकार को सबसे ज्यादा राजस्व देने वाला विभाग आबकारी विभाग है. जिसमें कानपुर जनपद का हर वर्ष राजस्व औसतन पन्द्रह हजार करोड़ तक रहता है. बावजूद इसके विभाग में मूल सुविधाओं की कमी है. अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि एरिया में रेड मारने के लिए विभाग के पास सिर्फ तीन ही गाडिय़ां है. जिसमें से दो संविदा और एक सरकारी है. ऐसे सवाल उठना लाजिमी है कि जब 12 टीमें है, तो गाडिय़ां तीन क्यों? वहीं, दूसरी तरफ आबकारी विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, टीमों को रोस्टर के आधार पर ड्यूटी लगाई जा रही है, जोकि अपने अपने एरिया में कड़ी निगरानी रख रही है.
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चार को मिला होम बार लाइसेंस
शासन ने घर में बार लाइसेंस बनवाने की नई स्कीम लाई थी. जिसकी सालाना फीस 12 हजार रुपए है. साथ ही सिक्योरिटी मनी 51 हजार रुपए है. होम बार लाइसेंस मिलने के बाद अलग अलग ब्रांड की 72 बोतल घर में रखने की अनुमति होती है. नियम आने के बाद कानपुर आबकारी विभाग में कई ऑनलाइन आवेदन भी आए. जिसके बाद अब कुल चार लोगों को होम बार लाइसेंस दे दिया गया है.
फाइनेंसियल ईयर– टारगेट—— पूरा
2021/2022— 1862.11—- 1207.95 करोड़
2020/2021—- 1580—– 1329 करोड
180 करोड़ जनवरी महीने में शराब ब्रिकी
100 करोड़ औसतन हर महीने शराब ब्रिकी
12 टीमें अवैध व नकली शराब पर रखेंगी नजर
31 मार्च तक सक्रिय रहेगी टीमें
3 वाहन आबकारी विभाग के पास
12 हजार होमबार की सालाना फीस
4 लोगों को मिला होम बार लाइसेंस
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‘‘चुनाव के दौरान अवैध, नकली, तस्करी समेत शराब बांटने सेे रोकने के लिए 12 टीमों को गठन किया गया है. यह टीम 31 मार्च तक सक्रिय रहेगी. इसके अलावा हर महीने के मुकाबले इस बार जनवरी में सबसे ज्यादा शराब की ब्रिकी हुई है’’
आनंद प्रकाश, जिला आबकारी अधिकरी