RAHUL PANDEY
KANPUR
स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में उत्तर प्रदेश के शहरों में कानपुर (KANPUR) को पहले पायदान पर लाने के लिए नगर निगम स्मार्ट सिटी (Smart city) हर पैतरा अजमा रहा है. अब स्मार्ट सिटी मिशन के तहत जर्मनी की कंपनी की कंसलटेंसी से शहर के अलग अलग छह जोनों में मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर (एमआरएफ) बनाने जा रहा है. इसके बनने से घर, दुकान, फैक्टरी, होटलों समेत अन्य जगहों से निकलने वाले सूखे कूड़े का बेहतर तरीके से निस्तारण हो सकेगा. जिसके बाद इस कूड़े से खाद बनाई जा सकेगी.
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पांच करोड़ की लागत से बनेगा सेंटर
स्मार्ट सिटी अधिकारियों के मुताबिक, अलग अलग जोनों से जमीनों को चिन्हित कर लिया गया है. इन जगहों पर पर जल्द काम शुरू करवाया जाएगा. संभावना है कि अगले दो महीने तक कार्य को पूरा कर लिया जाएगा. इस प्लांट को लगाने के लिए लगभग पांच करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है. वहीं, पनकी भाऊसिंह भी कचरे को ले जाया जाता है.
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जर्मनी की कंसलटेंसी पर एक ट्रायल सेंटर
स्मार्ट सिटी मिशन (Smart Cities Mission) इस कार्य को जल्द जल्द से पूरा करना चाहता है. यही वजह है कि जर्मनी की कंपनी कंसलटेंसी से जोन-2 में एक मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर बनाना चालू करवा दिया गया है. इसके बनने के बाद इसका ट्रायल होगा. इसके बाद अन्य जोनों में भी इसका काम तेजी से शुरू करवाया जाएगा.
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कूड़ा फैलने की शिकायत होगी दूर
शहर के विभिन्न चौराहे, मार्केट, गली, सडक़, ग्राउंड समेत अन्य जगहों पर कूड़े का ढेर लगा होता है. कई जगहों पर तो सडक़ों के किनारे कूड़ा घर बने होने से कचरा सडक़ पर पड़ा रहता है. जिससे वहां स्थानीय और गुजरने वाले लोगों को बदबू और गंदगी झेलनी पड़ती है, ऐसे में एमआरएफ के बनने से यहां फैले कचरों से निजात मिल सकता है, क्योंकि सूखे कूड़ों को यहां से नजदीकी अपने जोन के सेंटर में ले जाया जाएगा.
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रैकिंग में चार सालों से सुधार
स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 की रैकिंग में पिछले चार साल से लगातार सुधार हो रहा है. 2018 में 65वीं, 2019 में 63वीं, वर्ष 2020 में 25वीं रैङ्क्षकग आई थी. इस बार 21वीं रैंङ्क्षकग आई है. राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने स्वच्छता में शहर को टॉप-5 में जगह बनाने के लिए कहा है. इसके चलते इस बार घर-घर से कूड़ा उठाने और कूड़ा निस्तारण प्लांट पूरी क्षमता से चलाने पर फोकस किया जा रहा है.
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89 वार्डों में घर-घर से कूड़ा
स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 की रैकिंग में अव्वल आने के लिए आए दिन मेयर प्रमिला पांडेय व म्यूनिसिपल कमिश्नर शिव शरणप्पा जीएन अफसरों के साथ बैठक करने के साथ साथ जगह जगह का मुआयना कर रहे हैं. 110 वार्डों में स्थित हर घर से गीला व सूखा कूड़ा अलग-अलग उठाने की तैयारी की जा रही है. दावा है कि वर्तमान में 89 वार्डों में घर-घर से कूड़ा उठाने की कवायद चल रही है.
जर्मनी कंपनी की कंसलटेंसी से छह एमआरएफ सेंटर
पांच करोड़ की लागत से बनेंगे छह सेंटर
जोन-2 में ट्रायल के रूप में बन रहा पहला एमआरएफ सेंटर
अगले दो महीने तक सभी सेंटर के बनने की संभावना
इस सेंटर में सूखा कूड़ा निस्तारण का मिलेगा फायदा
स्मार्ट सिटी मिशन के तहत किया जा रहा कार्य
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कानपुर स्वच्छता का हाल
साल रैकिंग
2018 65वीं
2019 63वीं
2020 25वीं
2021 21वीं
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आरके सिंह, प्रभारी, स्मार्ट सिटी मिशन के अनुसार…
‘‘जर्मनी कंपनी की कंसलटेंसी से अलग अलग जोनों में एक-एक मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर बनाने की तैयारी चल रही है. संभावना है कि इस काम को जल्द पूरा कर लिया जाएगा. इसके बनने से शहर भर में फैलने वाली गंदगी पर भी लगाम लगाया जा सकेगा’’