Kanwar Yatra 2024 : पंचांग के अनुसार, 22 जुलाई सावन (Sawan) की शुरुआत के साथ कांवड़ यात्रा शुरू होगी। इस दौरान शिवभक्त सावन शिवरात्रि पर शिव को जल से अभिषेक करते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से देव प्रसन्न होते हैं और जातक की इच्छाएँ पूरी होती हैं। Kanwar Yatra 2024
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पंचांग के अनुसार, आषाढ़ पूर्णिमा 21 जुलाई को पड़ रही है। इसके अगले दिन यानी 22 जुलाई से सावन का महीना शुरू होगा। साथ ही इसका समापन 19 अगस्त 2024 को होगा। इस माह में पांच सोमवार पड़ रहे हैं।
सामान्य कांवड़ (Kanwar Yatra 2024)
इस कांवड़ यात्रा में शिव भक्त बीच में रुककर आराम कर सकते हैं, लेकिन उन्हें एक बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए। यात्रा के दौरान कांवड़ को जमीन पर नहीं रखना चाहिए। अगर आप आराम करने के लिए रुक रहें हैं, तो कांवड़ को स्टैंड पर रखें।
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दांडी कांवड़ (Dandi Kanwar Yatra 2024)
सभी कांवड़ में दांडी कांवड़ को बेहद कठिन माना जाता है, क्योंकि इस यात्रा में साधक पवित्र नदी से मंदिर तक दंड देते हुए पहुंचते हैं। इस यात्रा में अधिक समस्या लगता है।
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डाक कांवड़ (Dak Kanwar Yatra 2024)
इस कांवड़ यात्रा में शिव भक्त कहीं विश्राम नहीं करते हैं। जब एक बार यात्रा की शुरुआत कर देते हैं, तो बीच में किसी भी काम के लिए नहीं रुकते हैं। इस यात्रा के लिए रोड और मंदिर में विशेष व्यवस्था की जाती है।
खड़ी कांवड़ (Khadi Kanwar Yatra 2024)
इसमें भक्त खड़ी कांवड़ लेकर चलते हैं। उनकी सहायता के लिए 2-3 लोग साथ चलते हैं, क्योंकि जब एक थक जाए, तो दूसरा कांवड़ को लेकर चलता रहे।
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