Kanya Pujan : शारदीय नवरात्र (Shardiya Navratri) की अष्टमी तिथि और नवमी तिथि का बेहद महत्व है क्योंकि इस दिन भक्त कन्या पूजन करते हैं। ऐसी मान्यता है कि कन्या पूजन से मां दुर्गा प्रसन्न होकर अपने भक्तों के घरों को खुशियों से भर देती हैं।
इस तरह मां कात्यायनी कहलाईं महिषासुर मर्दनी, कथा
अपराजिता के फूलों से दशहरे पर करें ये उपाय, भरा रहेगा धन भंडार
कन्या पूजन विधि (Kanya Pujan )
देवी दुर्गा और भैरव बाबा के प्रति अपनी श्रद्धा और भक्ति जाहिर करने के लिए साधक कन्या पूजन का महत्वपूर्ण अनुष्ठान करते हैं।
कन्या पूजन के दिन साधक सुबह उठें।
अपने घरों को साफ करें।
कन्या पूजन के लिए नौ लड़कियों के साथ एक लड़के को आमंत्रित करें।
स्नान करने के बाद ही भोजन कराएं।
कन्याओं का पैर धोएं।
कन्याओं को रोली लगाएं।
कन्याओं की कलाई पर एक पवित्र धागा बांधें।
कन्याओं को खीर, पूड़ी, हलवा, चना आदि भोजन के रूप में खिलाएं।
दक्षिणा के रूप में पैसे और कपड़े दें।
अंत में आशीर्वाद की कामना करें।
दिवाली से पहले इन चीजों को कर दें घर से बाहर
शीघ्र विवाह के लिए शारदीय नवरात्रि में जरूर करें ये उपाय
30 साल बाद शरद पूर्णिमा पर है चंद्रग्रहण
कन्या पूजन मंत्र (Kanya Pujan 2023)
ॐ श्री दुं दुर्गायै नमः ।।
ॐ श्री कुमार्यै नमः ।।
या देवी सर्वभूतेषु ‘कन्या ‘ रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। हमारा उद्देंश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें।