जानें, क्या है वैशाख माह की महिमा…
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आम तौर पर वैशाख का महीना अप्रैल मई में शुरू होता है. विशाखा नक्षत्र से सम्बन्ध होने के कारण इसको वैशाख कहा जाता है. इस महीने में धन प्राप्ति और पुण्य प्राप्ति के तमाम अवसर आते हैं. मुख्य रूप से इस महीने में भगवान विष्णु , परशुराम और देवी की उपासना की जाती है. वर्ष में केवल एक बार श्री बांके बिहारी जी के चरण दर्शन भी इसी महीने में होते हैं. इस महीने में गंगा या सरोवर स्नान का विशेष महत्व है. आम तौर पर इसी समय से लोक जीवन में मंगल कार्य शुरू होते हैं.
इस बार वैशाख का महीना 01 अप्रैल से 30 अप्रैल तक रहेगा.
वैशाख महीने के मुख्य व्रत और त्यौहार कौन कौन से हैं?
- इस महीने में शुक्ल पक्ष की दशमी को गंगा उपासना की जाती है
- इसी महीने में भगवान बुद्ध और परशुराम का जन्म भी हुआ था
- इस महीने में भगवान ब्रह्मा ने तिलों का निर्माण किया था अतः तिलों का विशेष प्रयोग भी होता है
- इसी महीने में धन और संपत्ति प्राप्ति का महापर्व अक्षय तृतीया भी आता है
- इसी महीने में मोहिनी एकादशी आती है जो श्री हरी की विशेष कृपा दिल सकती है
इस महीने में किन किन मन्त्रों का जाप कर सकते हैं?
- आर्थिक लाभ के लिए – “ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीवासुदेवाय नमः”
- संतान प्राप्ति के लिए – “ॐ क्लीं कृष्णाय नमः”
- सर्वकल्याण के लिए – “ॐ नमो नारायणाय”
इस महीने में दिनचर्या और उपासना पद्धति कैसी होनी चाहिए?
- प्रयत्न करें कि नित्य प्रातः सूर्योदय के पूर्व उठ जाएँ
- गंगा नदी , सरोवर या शुद्ध जल से स्नान करें
- जल में थोड़ा तिल भी मिलाएं
- इसके बाद श्री हरि विष्णु की उपासना करें
- जल का संतुलित प्रयोग करें , जल का दान भी करें
- महीने की दोनों एकादशियों का पालन करें
वैशाख महीने में खान पान का क्या ख्याल रखें?
- इस महीने में गरमी की मात्रा लगातार तीव्र होती जाती है
- अतः तमाम तरह की संचारी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है
- इस महीने में जल का प्रयोग बढ़ा देना चाहिए और तेल वाली चीज़े कम से कम खानी चाहिए
- जहाँ तक संभव हो सत्तू और रसदार फलों का प्रयोग करना चाहिए
- और देर तक सोने से भी बचना चाहिए