चारों तरफ हरियाली छा जाती है
#Sawan : जुलाई महीने से वर्षा ऋतु की शुरूआत होती है जिस वजह से चारों तरफ हरियाली छा जाती है। सावन का महीना खुद को प्रकृति से जोड़ने का महीना होता है। इसलिए लोग हरा रंग पहन कर अपने आप को प्रकृति से जोड़ते हैं।
जानेंगे सावन महीने से जुड़े हरे रंग के महत्व के बारे में…
सावन का दूसरा नाम ही हरियाली है। महिलाएं इस मौके पर मेंहदी लगाती हैं। हरी चूड़ियों के साथ हरे कपड़े भी पहनती हैं। हरा रंग सौभाग्य का रंग माना जाता है। सुहागिन महिलाएं हरी चूड़ियां पहनकर भोलेनाथ को प्रसन्न करती हैं और अपने सुहाग और परिवार के लिए सुख-समृद्धि की कामना करती हैं।
महिलाओं में सावन महीने का उत्साह और उमंग ज्यादा देखने को मिलता है। बागों में, खेतों में झूले लगाए जाते हैं महिलाएं खूब मस्ती करती हैं।
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धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सावन आने पर हर तरफ हरियाली छा जाती है। जो ना सिर्फ आंखों को खुश करती है बल्कि आपके मन को भी शांति प्रदान करती है। ऐसे में खुद को प्रकृति से जोड़े रखने के लिए आपको हरे रंग का वस्त्र और महिलाओं को हरे रंग की चूड़ियां जरूर पहननी चाहिए।
वैवाहिक जीवन से जुड़ा है यह रंग
सावन के महीने में औरतें हरी चूड़ियां और वस्त्र पहनती हैं ताकि उन्हें शिव जी का आशीर्वाद प्राप्त हो जिससे उनके पति की आयु लंबी हो और उनके शादीशुदा जीवन में खुशहाली आए। दरअसल, भगवान शिव प्रकृत्ति के बीच ही रहते हैं. वहीं उनका निवास है। उन्हें जो बेल या धतूरा चढ़ाया जाता है वो भी हरे रंग का होता है, इसलिए हरा रंग उन्हें भाता है। ऐसी मान्यता है कि सावन में हरे रंग को पहनने से वे खुश होते हैं.