Krishna Morpankh : सनातन धर्म में सभी देवताओं की पूजा का विशेष महत्व है। इनमें भगवान श्रीकृष्ण (Krishna) की पूजा सबसे महत्वपूर्ण है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण की आराधना करने से जातक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है और प्रभु भक्तों पर सदा कृपा बरसाते हैं। Krishna Morpankh
देश में सामने आया कोरोना का नया वेरिएंट KP.1 और KP.2
GANGA DUSSEHRA 2024 : जून में कब है गंगा दशहरा
अतः उनके भक्तों को जीवन में किसी भी समस्या का सामना नहीं कर पड़ता। रोजाना पूजा के दौरान श्रीकृष्ण का विशेष श्रृंगार किया जाता है। प्रभु को सुंदर वस्त्र, बांसुरी, मुकुट और मोरपंख पहनाया जाता है। प्रभु का स्वरूप बेहद निराला है। क्या आपने कभी सोचा है कि भगवान श्रीकृष्ण मोरपंख क्यों धारण करते हैं? अगर नहीं पता, तो आइए जानते हैं इसके बारे विस्तार से।
कानपुर में बंद कमरे में मिला युवती का शव
चातुर्मास में रखेंगे इन नियमों का ध्यान, तो….
मोरपंख धारण करनी की ये हैं वजह
भगवान श्रीकृष्ण ने मोरपंख धारण कर कई संदेश दिए हैं। मोरपंख पहनने की कई वजह हैं। भगवान श्रीकृष्ण के सिर पर मोरपंख का होना राधा से उनके अटूट प्रेम की निशानी मानी जाती है। धार्मिक मान्यता है कि एक बार कान्हा बांसुरी बजा रहे थे, तब राधा नृत्य करनी लगीं। इस दौरान महल में मोर भी नाचने लगे। नृत्य के समय मोर का पंख नीचे गिर गया। उस मोरपंख को श्रीकृष्ण ने माथे पर लगाया। इसलिए मोरपंख को राधा के प्रेम के प्रतीक के रूप में माना गया है।
ज्योतिष विद्वानों के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण के द्वारा मोरपंख धारण करने की एक वजह यह भी है क्योंकि उनकी कुंडली में कालसर्प दोष था। ऐसा माना जाता है कि मोरपंख धारण करने से कालसर्प दोष से छुटकारा मिलता है। इसलिए प्रभु कालसर्प दोष के प्रभाव को कम करने के लिए मोरपंख पहना।
नहीं है मंदिर के शिखर पर त्रिशूल, पूरे साल होते हैं इस मंदिर में मांगलिक कार्य
UP WEATHER : कानपुर में 14 साल का रिकॉर्ड टूटा
भगवान श्रीकृष्ण के द्वारा मोरपंख सजाने के पीछे की वजह यह भी है कि केवल मोर ही सिर्फ ऐसा पक्षी है, जो जीवन में सदैव ब्रह्मचर्य रहता है। ऐसा कहा जाता है कि मादा मोर नर मोर के आंसू के द्वारा गर्भ धारण करती है। इसलिए श्रीकृष्ण ब्रह्मचर्य पक्षी के पंख को धारण करते हैं।
KANPUR NEWS : विभाग को नहीं मालूम मुचलका कैसे भराएं, डीएम बोले – निलंबित करो बाबू को
जूता कारोबारियों के यहां 100 करोड़ कैश, नोट गिनने को शिफ्टों में बुलाए कर्मचारी
मनीराम बगिया पार्क पर पार्षद ने लगवाया ताला, बच्चों ने VIDEO किया वायरल
पतंजलि की सोन पापड़ी टेस्ट में फेल
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। JAIHINDTIMES यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं।