#कुल्लू #मनाली में कुदरत का कहर
उत्तर भारत के कई राज्यों में पिछले तीन दिन से बारिश हो रही है. इससे दिल्ली, उत्तराखंड, हरियाणा और पंजाब और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में मौसम खुशनुमा है तो वहीं, हिमाचल प्रदेश में बारिश पिछले 48 घंटे से कहर बरपा रही है. ब्यास, रावी नदी उफान पर हैं. कुल्लू-मनाली नेशनल हाईवे समेत 126 सड़कें आवाजाही के लिए बंद हो गई हैं. कई जगह भूस्खलन की भी खबर है. मनाली में तो ब्यास नदी में आए उफान की वजह से एक यात्री बस नदी में बह गई.
126 सड़कों पर थमी वाहनों की रफ्तार
भूस्खलन से एक नैशनल हाईवे समेत 126 सड़कों पर वाहनों की रफ्तार पूरी तरह थम गई है। इससे लगभग 100 बस रूट प्रभावित हुए हैं। बालू के समीप चम्बा-तीसा मुख्यमार्ग धंसने से सैकड़ों लोगों का मुख्यालय से संपर्क कट गया है। रोहतांग में एक, कोकसर में डेढ़, दारजा में ढाई, केलंग में दो, लोसर में आधा फीट और उदयपुर में 5 से 6 इंच बर्फबारी दर्ज की गई है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक हिमाचल में एक जुलाई से 23 सितंबर तक 1,231 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। कुल्लू में शुक्रवार से लगातार हो रही बारिश के कारण नदी-नालों का जलस्तर बढ़ गया है।
शिमला जोन में सबसे ज्यादा सड़कें बंद
प्रदेश भर में दो दिन से हो रही लगातार बारिश से सबसे ज्यादा 48 सड़कें शिमला जोन में अवरुद्ध हुई हैं। बिलासपुर जिला में शुक्रवार रात से हो रही लगातार बारिश से करीब एक दर्जन से अधिक सड़कों पर भूस्खलन हुआ है। जिला में करीब 14 सड़क मार्ग भूस्खलन के कारण बाधित हुए हैं। कांगड़ा जोन के डल्हौजी में 41 सड़कें, मंडी जोन में 36 सड़कें तथा एन.एच. शाहपुर जोन में 1 नैशनल हाईवे बंद पड़ा है।
ब्यास नदी में बही वोल्वो बस
मनाली वोल्वो बस स्टैंड से ब्यास नदी में एक वोल्वो बस रविवार को बह गई है। खराब मौसम के चलते ब्यास नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा था और इसी बीच यहां के वोल्वो बस स्टैंड पर खड़ी आईस एंजल ट्रैवल एजैंसी की बस ब्यास नदी में आई बाढ़ की चपेट में आ गई और देखते ही देखते बह गई।
शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित कर दिया है
सोलन व ऊना को छोड़कर प्रदेश के बाकी सभी जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है. जिला प्रशासन ने इन जिलों में सभी सरकारी व गैरसरकारी शिक्षण संस्थानों में सोमवार को अवकाश घोषित कर दिया है.
दरारें आ गई हैं कई ब्रिज में
बारिश का कहर चंबा जिले में भी देखने मिल रहा है. यहां कई ब्रिज में दरारें आ गई हैं. नदी में उफान की वजह से कई घर पानी में डूब गए हैं.
बर्फबारी का सिलसिला जारी है
रोहतांग दर्रा में भी दो दिन से बर्फबारी हो रही है. यहां 28 लोगों को रेस्क्यू दल ने सुरक्षित निकाल लिया. प्रशासन ने लोगों से आह्वान किया है कि नदी के किनारे न जाएं.
चंबा पठानकोट नेशनल हाईवे भी कई जगह भूस्खलन होने के चलते बंद है. लाहुल व कुल्लू में भी बर्फबारी का सिलसिला जारी है.
बारालाचा दर्रे सहित कुंजुम दर्रे और रोहतांग दर्रा में दो से ढाई फुट, ब्यासनल में 5 इंच, सोलंग के फतरु व गुलाबा में 3 इंच बर्फबारी हुई है.
कई राज्यों में बारिश के आसार हैं
फिलहाल ब्यास के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए मनाली की तरफ आने-जाने वाले ट्रैफिक को रोक दिया गया है. जिला प्रशासन ने किसी भी खतरे से बचने के लिए मंडी से कुल्लू के बीच पंडोह व औट में ट्रैफिक को रोक दिया है. मौसम विभाग के मुताबिक, उड़ीसा से उठे तूफ़ान के कारण आज भी दिल्ली समेत कई राज्यों में बारिश के आसार हैं.