Laddu Gopal Puja Niyam: हिंदू धर्म में माना गया है कि लड्डू गोपाल (Laddu Gopal) की रोजाना विधिवत पूजा से साधक के घर-परिवार में सुख-समृद्धि का वास बना रहता है। Laddu Gopal Puja Niyam
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इस बात का जरूर ध्यान रखें कि घर में कभी भी लड्डू गोपाल की खंडित मूर्ति नहीं रखनी चाहिए, वरना इससे नकारात्मक परिणाम मिलने लगते हैं।
इन बातों का भी रखें ध्यान
लड्डू गोपाल के पास-पास कभी भी टूटी-फूटी मूर्तियां नहीं रखनी चाहिए। ऐसा करने से घर में नकारात्मकता ऊर्जा का प्रवाह बढ़ने लगता है। इसी के साथ जहां आपके लड्डू गोपाल विराजमान हैं, वहां कभी भी गंदे कपड़े, जूते-चप्पल, जूठे बर्तन आदि नहीं रखने चाहिए। लड्डू गोपाल के सामने भोग भी ज्यादा देर तक न रखें।
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करें ये काम (do this work)
अगर आपके लड्डू गोपाल की मूर्ति बहुत ही पुरानी हो गई है या फिर खंडित हो गई है, तो इसके लिए आप इस तरह से लड्डू गोपाल की पुरानी मूर्ति का विसर्जन कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले लड्डू गोपाल की पुरानी मूर्ति की विधिवत रूप से करनी चाहिए और उन्हें भोग लाना चाहिए। इसके बाद हाथ जोड़कर लड्डू गोपाल जी क्षमा याचना करें। अब आप मूर्ति को किसी साफ या पवित्र जलाशय, नदि आदि में वसर्जित कर सकते हैं। ऐसा करने से आपको पुरानी मूर्ति हटाने का दोष नहीं लगता और आप लड्डू गोपाल की नई मूर्ति स्थापित कर सकते हैं।
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करें इन मंत्रों का जाप (chanting these mantras)
लड्डू गोपाल जी की आराधना के दौरान आप इन मंत्रों का जप कर सकते हैं। इससे लड्डू गोपाल की विशेष कृपा आपके व आपके परिवार पर बनी रहती है।
1- हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे
2- ॐ श्री कृष्णः शरणं ममः
3- ॐ देव्किनन्दनाय विधमहे वासुदेवाय धीमहि
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4- ॐ नमो भगवते तस्मै कृष्णाया कुण्ठमेधसे।
सर्वव्याधि विनाशाय प्रभो माममृतं कृधि।।
5- ॐ नमो भगवते श्री गोविन्दाय
6- हे कृष्ण द्वारकावासिन् क्वासि यादवनन्दन।
आपद्भिः परिभूतां मां त्रायस्वाशु जनार्दन।।
7- ऊं श्रीं नमः श्रीकृष्णाय परिपूर्णतमाय स्वाहा
8. त्वदीयं वस्तु गोविन्द तुभ्यमेव समर्पये। गृहाण सम्मुखो भूत्वा प्रसीद परमेश्वर ।।’ (भोग लगाने का मंत्र)
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। JAIHINDTIMES यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं।