जानें , क्यों आते हैं खर्राटे और इन्हें ठीक करने के तरीके
दिनभर की भागदौड़ के बाद रात को जब बिस्तर पर सोने जाते हैं, तो साथी के खर्राटे आपको सोने नहीं देते. लेकिन आप यह सोचते हैं कि आपको तो खर्राटे आते ही नहीं. पर यह बात आपको कोई दूसरा ही बता सकता है. दिन भर की थकान या और भी कई दूसरे कारण खर्राटों की समस्या को पैदा कर देते हैं.
क्या आपने भी अपने खर्राटों से दूसरों की नींद खराब कर रखी है या किसी के खर्राटों से रोज़ाना आपकी नींद खराब हो रही है, तो नीचे दिए गए इन टिप्स को अपनाएं. लेकिन उससे पहले जानें कि खर्राटों की इतनी अजीबो-गरीब आवाज़ें आती क्यों हैं. इसका कारण है आपके शरीर को ऑक्सिजन पहुंचाने वालों रास्तो का संकरा होना. इसमें आपके गले का पिछला हिस्सा संकरा हो जाता है इस वजह से ऑक्सिजन संकरी जगह से होती हुई शरीर में पहुंचती है, जिससे आसपास के टिशू वाइब्रेट होते हैं और इससे आवाज़ें निकलती हैं.
जानें खर्राटों को कैसे रोका जा सकता है.
वजन कम करके
कभी-कभार गले में चर्बी के बढ़ने से भी खर्राटे आते हैं. क्योंकि इससे गले के ज़रिए शरीर में जाने वाली हवा गले के टिशू में कंपन पैदा करती है.
शराब ना पीकर
कई लोगों को शराब की वजह से भी खर्राटे आते हैं. इसीलिए सोने के दो से तीन घंटों पहले शराब ना पीएं.
स्वस्थ लाइफस्टाइल अपनाकर
खराब डेली लाइफ की वजह से भी खर्राटों की परेशानी होती है. बेवक्त खाना-पीना, ठीक से आराम ना करना, सिगरेट आदि भी खर्राटों की वजह बनते हैं.
दमा और सर्दी ठीक करके
अस्थमा और सर्दी से परेशान लोगों को भी खर्राटे की परेशानी होती है, क्योंकि उनकी स्वास नली संकरी हो जाती है जिससे गले से आवाज़ें आती हैं.
समय पर नींद लेकर
बेवक्त सोने वाले लोगों में भी खर्राटे लेने की समस्या होती है. इसीलिए रोज़ाना सही वक्त और 7 से 8 घंटों की नींद लेनी चाहिए.