Lohri 2024 : जनवरी में लोहड़ी (Lohri 2024) का त्योहार उत्साहपूर्वक मनाया जाता है। सिख समुदाय इस दिन को महत्वपूर्ण मानता है। यह पर्व नवीन अन्न की तैयारी की खुशी में मनाया जाता है। लोहड़ी की संध्या पर आग लगाई जाती है। इस अलाव के आसपास लोग एकत्र होते हैं और बार-बार अग्नि में गेहूं की बालियां, रेवड़ी, मूंगफली, खील, चिक्की, गुड़ और अन्य सामग्री अर्पित करते हैं। Lohri 2024
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इस समय लोग भांगड़ा और गिद्धा नृत्य कर उत्सव मनाते हैं। महिलाएं लोक गानों को गाती हैं। सूर्य मकर राशि में प्रवेश करने से एक दिन पहले इस उत्सव को मनाया जाता है। यही कारण है कि 2024 में लोहड़ी की तारीख को लेकर लोग परेशान हैं। आइए जानते हैं लोहड़ी की सही तिथि, मुहूर्त और महत्व:सूर्य राशि परिवर्तन
ज्योतिषियों का अनुमान है कि 15 जनवरी को देर रात 02 बजकर 43 मिनट पर सूर्य देव धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करेंगे। सनातन धर्म में उदया तिथि का एक विशिष्ट महत्व है। आसान शब्दों में कहें सूर्योदय से तिथि की गणना होती है। अतः साल 2024 में 15 जनवरी को मकर संक्रांति है।
लोहड़ी
ज्योतिषियों के अनुसार लोहड़ी पर्व मकर संक्रांति तिथि से एक दिन पहले मनाया जाता है। 15 जनवरी को सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश करेंगे। 2024 में लोहड़ी 13 जनवरी की जगह 14 जनवरी को होगी। लोहड़ी की संक्रांति संध्याकाल 8 बजे 57 मिनट पर होती है।
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धार्मिक महत्व
सनातन धर्म में लोहड़ी पर्व बहुत महत्वपूर्ण है। धार्मिक मत है कि लोहड़ी के दिन अग्नि देव की पूजा करने से घर में सुख, समृद्धि, शांति और खुशहाली आती है। साथ ही जीवन के सभी दुख और संकट दूर हो जाते हैं। इसलिए लोहड़ी का त्योहार भव्य रूप से मनाया जाता है। धर्म शास्त्रों में भी अग्नि देव की पूजा का निर्देश है।
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