Maha Kumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ की घटना के बाद पुलिस प्रशासन श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर और सतर्क हो गया है. ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो सके इसके लिए मेला क्षेत्र की व्यवस्थाओं में बड़े स्तर पर बदलाव किए गए हैं. Maha Kumbh 2025
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पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों की तैनाती
जिसके तहत अब सभी प्रवेश मार्गों पर सिविल पुलिस के साथ पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों की भी तैनाती रहेगी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, श्रद्दालुओं के आने और स्नान के बाद जाने की लिए एकल मार्ग व्यवस्था की गई है. भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में बैरिकेडिंग को और मजबूत किया जाएगा. एक जगह भीड़ इकट्ठा न हो पाए इसके लिए डायवर्जन किया गया है. Maha Kumbh 2025
बसंत पंचमी का तीसरा अमृत स्नान
मौनी अमावस्या के बाद 3 फरवरी को बसंत पंचमी का तीसरा अमृत स्नान हैं. इस अवसर पर भी भारी संख्या में लोगों के आने की उम्मीद है. जिसे देखते हुए मेला प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सुदृढ़ किया जा रहा है. महाकुंभ मेला शुरू होने से लेकर संगम तक जाने के लिए काली मार्ग तय गया है. श्रद्धालु इस मार्ग से ही मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे और त्रिवेणी मार्ग से होते हुए मेला क्षेत्र से बाहर आएंगे. Maha Kumbh 2025
5 बड़े बदलाव किए
भगदड़ की घटना के तुरंत बाद प्रशासन ने 5 बड़े बदलाव किए। पूरे मेला क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित किया गया। VVIP पास रद्द कर दिए। सारे पांटून पुल खोल दिए गए। प्रयागराज बॉर्डर पर गाड़ियों को रोक दिया गया है।
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मेला प्रशासन ने बताया कि…
काली और त्रिवेणी मार्ग के अलावा संगम क्षेत्र में भी बैरिकेडिंग के ज़रिए रास्तों के एकमार्गी किया जा रहा है. जिससे श्रद्धालुओं को आसानी हो और कहीं भी आमने-सामने वाली स्थिति उत्पन्न न हो. मेला प्रशासन ने बताया कि श्रद्धालुओं को परेशानी न हो इसके लिए झूंसी, फाफामऊ और नैनी की तरफ़ के स्नान घाटों पर सुरक्षा के प्रबंध किए गए हैं.
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मेला क्षेत्र में सुगम और सुरक्षित यातायात के लिए सिविल व टैरिफ के अतिरिक्त जवानों की तैनाती की जा रही है खासतौर से ऐसे मार्गों पर जहां श्रद्धालुओं को अपने-अपने गंतव्यों तक पहुंचने में मुश्किल हो सकती है. श्रद्धालुओं को जगह-जगह पर जरूरी जानकारी भी मुहैया कराई जाएगी. सभी रास्तों और चौराहों पर पुलिस मौजूद रहेगी. यहां पर ऐसे जवानों को ड्यूटी दी गई है जो ट्रैफिक को सँभाल सकते हैं.