Medicine Ban : सरकार ने 156 फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन (FDC) दवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है। ये आमतौर पर बुखार और सर्दी के अलावा पेन किलर, मल्टी-विटामिन और एंटीबायोटिक्स के रूप में इस्तेमाल की जा रही थीं। Medicine Ban
सरकार ने कहा कि इनके इस्तेमाल से इंसानों को खतरा होने की आशंका है। इसलिए देशभर में इन दवाओं के प्रोडक्शन, कंजम्पशन और डिस्ट्रीब्यूशन पर रोक रहेगी।
SC/ST एक्ट तभी लगेगा जब अपमान में जाति का जिक्र
वहीं ड्रग विभाग के आलाधिकारी ने बताया कि संबंधित नोटिस सभी होलसेलर्स को भेजी जा रही है। बैन दवाओं की जल्द वापसी का आदेश दिया गया है। अगर मेडिकल स्टोर पर यह दवाई बिक्री होती है स्टॉक में मिलत है तो उनपर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सरकार ने ड्रग्स टेक्निकल एडवाइजरी बोर्ड की सिफारिशों पर यह आदेश जारी किया है। बोर्ड ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि इन FDC दवाओं में मौजूद इन्ग्रेडिएंट्स का कोई मेडिकल जस्टिफिकेशन नहीं है। एक ही गोली में एक से ज्यादा दवाओं को मिलाकर बनाई गई दवाएं फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन ड्रग्स (FDC) कहलाती हैं, इन दवाओं को कॉकटेल ड्रग्स के नाम से भी जाना जाता है।
अनिल अंबानी शेयर बाजार से 5 साल के लिए बैन
पोखरा से काठमांडू जा रही यूपी नंबर की बस नदी में गिरी, 14 भारतीयों की मौत
हेयर ट्रीटमेंट, स्किनकेयर और एंटी-एलर्जिक दवाएं भी शामिल
केंद्र सरकार (Central government) की ओर से जारी आदेश के मुताबिक, एमाइलेज, प्रोटीएज, ग्लूकोएमाइलेज, पेक्टिनेज, अल्फा गैलेक्टोसिडेज, लैक्टेज, बीटा-ग्लूकोनेज, सेल्युलेस, लाइपेज, ब्रोमेलैन, जाइलेनस, हेमिकेल्यूलेस, माल्ट डायस्टेज, इनवर्टेज और पापेन के इस्तेमाल से इंसानों को खतरा होने की आशंका है। सामान्य बातचीत में इन्हें कॉकटेल मेडिसिंस भी कहा जाता है. बुखार, जुकाम, एलर्जी, बदन दर्द, सिर दर्द और आईफ्लू के इलाज में काम आने वाली 156 फिक्स्ड-डोज कांबिनेशन (एफडीसी) दवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है. मेडिकल स्टोर्स में ये दवाएं नहीं बिक सकेंगी.
बैन की गई दवाओं की लिस्ट में हेयर ट्रीटमेंट, एंटीपैरासिटिक (परजीवियों के इन्फेक्शन में इस्तेमाल), स्किनकेयर, एंटी-एलर्जिक के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाएं भी शामिल हैं। सरकार ने कहा इन दवाओं के बदले दूसरी दवाएं मार्केट में उपलब्ध हैं। उन पर कोई रोक नहीं रहेगी।
पैरासिटामोल 125mg टैबलेट भी बैन
हेल्थ मिनिस्ट्री की ओर से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, बैन की गई दवाओं में एसेक्लोफेनाक 50mg + पैरासिटामोल 125mg टैबलेट’ पर प्रतिबंध लगा दिया है। पैरासिटामोल, ट्रामाडोल, टॉरिन और कैफीन के कॉम्बिनेशन पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। ट्रामाडोल एक ओपिओइड-बेस्ड पेन किलर है।
पिज्जा हट पर खाद्य विभाग का छापा, पनीर और चिकन के लिए नमूने
बाजार में अब नहीं बिकेगा A1 और A2 के नाम से दूध, घी और मक्खन
भारत बंद रोकने उतरे पुलिस कर्मी ने SDM को लाठी जड़ दी
कुछ प्रचलित दवाएं जो की गईं बैन
-पैरासिटामॉल+पेंटाजोसिन का कॉम्बिनेशन भी प्रतिबंधित है. इसका इस्तेमाल दर्द से राहत के लिए किया जाता है.
-लेवोसेट्रिजिन+फेनिलफ्रिन के कॉम्बिनेशन पर भी बैन लगा है. इसका यूज बहती नाक, छींकने, या मौसमी घास के बुखार या एलर्जी संबंधित लक्षणों के इलाज के लिए किया जाता है.
-इसके अलावा इसमें लेवोसेट्रिजिन से जुड़े कई अन्य कॉम्बिनेशन हैं. यह एक एंटीहिस्टामाइन है जो शरीर में पैदा होने वाले हिस्टामाइन के प्रभाव को रोकता है.-मैग्नीशियम क्लोराइड पर पर भी प्रतिबंध लगाया गया है. इसका इस्तेमाल पोषण संबंधी कमियों के उपचार में किया जाता है.
-पैरासिटामॉल, ट्रामाडोल, टॉरिन और कैफीन के कॉम्बिनेशन पर भी बैन लगा है. इसमें ट्रामाडोल एक ओपिओइड बेस्ड पेनकिलर है.
ऐसी दवाएं हों तो घबराएं नहीं
प्रिय पाठक हमारी ये खबर पढ़ने के लिए धन्यवाद. आप से अपील है कि आपके घर पर भी ऐसी दवाएं हों तो घबराएं नहीं. शांत होकर उन दवाओं के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें. पैनिक होने की जरूरत नहीं है. अमूमन हर घर में ऐसी दवाएं होती हैं या लोगों को ये दवाएं पर्चे पर लिखी जाती हैं. ऐसे में आपको घबराना नहीं है. जागरूक होकर अपने डॉक्टर से बात करना है. बिना उनसे पूछे अपने आप मेडिकल स्टोर से कोई दवा नहीं खरीदनी है. जो दवा आपके फैमिली डॉक्टर या अन्य चिकित्सक ने बताई है, उसका ही सही मात्रा में सेवन करें. पहली खुराक में ध्यान रखें कि दवा का कोई साइड इफेक्ट तो नहीं महसूस हो रहा है. ऐसी कुछ सावधानियां बरतकर आप खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित बना सकते हैं.