विदेश राज्य मंत्री #अकबर ने दिया इस्तीफा
#MeToo अभियान के तहत अभी तक 20 महिला पत्रकारों ने एमजे #अकबर के ऊपर यौन शोषण का आरोप लगाया है. अकबर पर ये सभी मामले 10 से 15 साल पुराने हैं, जब अकबर मीडिया जगत से जुड़े हुए थे. एमजे अकबर ने मामले में सबसे पहले आरोप लगाने वाली प्रिया रमानी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा भी दर्ज किया हुआ है, मुकदमा लड़ने के लिए उन्होंने करांजावाला लॉ फर्म की मदद ली है.
प्रिया रमानी के खिलाफ केस दायर
अकबर ने आपराधिक मानहानि की धारा IPC 499, 500 के तहत प्रिया रमानी के खिलाफ केस दायर किया है. इस धारा के तहत दोषी पाए जाने पर दो साल तक की सज़ा का प्रावधान है. अकबर ने कोर्ट में दिए अपनी याचिका में कहा कि इससे उनकी छवि को नुकसान पहुंचा है. बता दें कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने कल एमजे अकबर से उनके घर जाकर मुलाकात की थी. इसके बाद डोभाल गृह मंत्री राजनाथ सिंह और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मिले थे.
‘द एशियन एज’ की स्थापना
एमजे अकबर ने 90 के दशक में अंग्रेजी अखबार ‘द एशियन एज’ की स्थापना की. यह दौर मंदिर-मस्जिद की राजनीति का था और कहा जाता है कि इसी दौर में एमजे अकबर की बीजेपी के शीर्ष नेताओं से करीबी बढ़ी. दूसरी तरफ, 2004 में कांग्रेस ने सत्ता में वापसी की. कहा जाता है कि इसके बाद एमजे अकबर की स्थिति द एशियन एज में कमजोर हुई और उन्हें पद से हटना पड़ा.
बीजेपी नेताओं से और बढ़ी नजदीकी
‘द एशियन एज’ से हटने के बाद एमजे अकबर ने कुछ समय के लिए इंडिया टुडे में काम किया और द संडे गार्जियन नाम का अखबार भी शुरू किया. इस दौरान वह अपना अखबार निकालते रहे. इस दौर में उनकी बीजेपी नेताओं से और नजदीकी बढ़ी.