लोगों के घरों में पानी व मलबा भर गया
#MonsoonAlert : हिमाचल में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। मंगलवार रात व बुधवार को हुई बारिश से हुए भूस्खलन से प्रदेश में 309 सड़कों पर यातायात ठप हो गया। कांगड़ा में 13, मंडी व शिमला में चार-चार, ऊना में दो और सिरमौर जिला में एक मकान को नुकसान पहुंचा है। कई जगह लोगों के घरों में पानी व मलबा भर गया।
44 संपर्क मार्गों पर वाहनों की आवाजाही ठप
शिमला के मैहली में सड़क धंसने से यातायात को शोघी-मैहली बाईपास से शिफ्ट करना पड़ा। इससे सेब से लदी गाड़ियां देरी से सोलन, परवाणू व चंडीगढ़ मंडी पहुंची। तारादेवी से शोघी के बीच पहाड़ी दरकने से दो वाहन दब गए। केलटी में कई घरों में भूमि कटाव के कारण घरों को खतरा पैदा हो गया। मंडी जिले के सराज क्षेत्र में लंबाथाच कुल्थनी संपर्क मार्ग बंद होने से एचआरटीसी की छह बसें फंसी हुई हैं। घटासनी-बरोट मार्ग के मंगलवार रात आठ बजे बंद होने से एचआरटीसी व निजी बसों सहित सैकड़ों वाहन जाम में फंसे रहे। पर्यटकों को भी गाड़ियों में रात गुजारनी पड़ी। चंबा जिले में बारिश से 44 संपर्क मार्गों पर वाहनों की आवाजाही ठप हो गई। इनमें से 39 मार्ग बहाल कर लिए गए।
चंबा-भरमौर राष्ट्रीय राजमार्ग जगह-जगह भूस्खलन होने के कारण बंद पड़ा है। ऊना जिले के चिंतपूर्णी में दो मकान ढह गए। मौसम विभाग ने छह अगस्त तक कई स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना जताई है।
नुकसान , 22 की मौत
- मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल में इस साल मानसून की बारिश से अब तक करीब 138 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ और 22 लोगों की जान गई है।
- इनमें से 14 लोगों की मौत कुमारहट्टी हादसे में जबकि शेष मौतें अन्य स्थानों पर हुई हैं।
- मुख्यमंत्री ने सचिवालय में पत्रकारों से कहा कि मौसम विभाग की तरफ से भारी बारिश की संभावना को देखते हुए सभी जिलों में उपायुक्तों को अलर्ट किया गया है।