Advertisements
मां का दूध भविष्य में बच्चों को बचाता है इस बीमारी से…
नवजात शिशुओं को 6 महीने तक मां का ही दूध पिलाना चाहिए. इससे उनके शरीर में जरूरी पोषक तत्व पहुंचकर उन्हें बीमारियों से बचाते हैं. इसके साथ ही मां का दूध भविष्य में होने वाली बच्चों को एलर्जी से भी बचाने में मददगार होता है. यह बात एक रिसर्च से पता चली है.
सबसे बड़ा ठोस घटक
- इसके मुताबिक मां के दूध में मिलने वाले शर्करा (शुगर) का लाभ भले ही बचपन में नहीं मिले लेकिन भविष्य में रोग से लड़ने के लिए यह प्रतिरोधी क्षमता का काम करता है.
- क्योंकि मां के दूध में ओलिगोसैकराइड्स (एचएमओ) पाया जाता है जिसकी संरचनात्मक में जटिल शर्करा के मोलेक्युल्स होते हैं.
- यह मां के दूध में पाए जाने वाले लेक्टोज और वसा के बाद तीसरा सबसे बड़ा ठोस घटक है.
- असल में बच्चे मां के दूध को पचा नहीं पाते हैं लेकिन लेकिन शिशु के आंत में माइक्रोबायोटा के विकास में प्रिबॉयोटिक के तौर पर काम करते हैं.
- माइक्रोबायोटा एलर्जी की बीमारी पर असर डालता है.
इस रिसर्च में एक साल की उम्र होने पर बच्चे की त्वचा की जांच की गई, जिसमें पाया गया कि स्तनपान करने वाले शिशुओं ने खाद्य पदार्थ की एलर्जी के प्रति संवेदनशीलता नहीं दिखाई.
Loading...